Tuesday, July 15, 2025
spot_img
HomeUncategorizedचंडीगढ़ में बीजेपी के खेल में फंसी AAP-कांग्रेस, 3 पार्षदों की वोटिंग...

चंडीगढ़ में बीजेपी के खेल में फंसी AAP-कांग्रेस, 3 पार्षदों की वोटिंग से मेयर चुनाव में मिली जीत

Image 2025 01 30t131759.195

चंडीगढ़ मेयर चुनाव: चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर भी बीजेपी को नहीं हरा सकीं. बीजेपी प्रत्याशी हरप्रीत कौर कुल 19 वोटों से चुनाव जीत गई हैं. इसके अलावा आम आदमी पार्टी की मेयर पद की उम्मीदवार प्रेमलता को 17 वोट मिले हैं. 

बैलेट पेपर को लेकर हंगामा

वोटिंग के शुरुआती घंटों में बैलेट पेपर को लेकर जमकर हंगामा हुआ. चंडीगढ़ वार्ड नंबर 1 से आम आदमी पार्टी के पार्षद ने बैलेट पेपर पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि उनके बैलेट पेपर पर एक बिंदु है. इस आरोप के साथ उन्होंने दूसरे मतपत्र की मांग की. 

 

बीजेपी को हराने के लिए गठबंधन बनाया गया

गौरतलब है कि चंडीगढ़ नगर निगम में कुल सदस्यों की संख्या 35 है। मेयर चुनाव में नगर पालिका के 35 पार्षदों के साथ-साथ चंडीगढ़ के सांसद भी मतदान करते हैं। कुल 36 वोट पड़े और शत-प्रतिशत मतदान हुआ. यदि कोई वोट रद्द नहीं किया जाता है तो चुनाव जीतने के लिए 19 वोटों की आवश्यकता होती है। नंबर गेम की बात करें तो 16 पार्षदों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है. हालांकि, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने बीजेपी को हराने के लिए गठबंधन बनाया और साथ मिलकर चुनाव लड़ा.

 

हरियाणा उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था

इसके अलावा इस बात का भी ख्याल रखा गया कि कोई वोट रद्द न हो और कोई क्रॉस वोटिंग न हो. वोटिंग से पहले आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी दोनों ने अपने-अपने पार्षदों को रिजॉर्ट में रखा. आम आदमी पार्टी के पार्षद पर पंजाब पुलिस की नजर थी तो वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की नजर कांग्रेस पार्षद पर थी. पिछले साल मेयर चुनाव में हुई गड़बड़ी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की सेवानिवृत्त जज जयश्री ठाकुर को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments