दक्षिण चीन सागर के विवादित क्षेत्र में चीनी जहाज की घुसपैठ, इंडोनेशियाई तटरक्षकों से टकराव के बाद पीछे हटा
दक्षिण चीन सागर में एक बार फिर से चीन की मनमानी देखने को मिली है. खबरों के अनुसार, चीन के एक जहाज ने इंडोनेशिया के जल क्षेत्र में घुसपैठ की, लेकिन इंडोनेशियाई तटरक्षक बल ने उसे वहां से खदेड़ दिया.
इंडोनेशिया ने दावा किया है कि उसके गश्ती जहाजों ने दक्षिण चीन सागर के एक विवादित क्षेत्र में चीनी तट रक्षक बल के एक जहाज को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया. इंडोनेशियाई अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
विवादित क्षेत्र के पास घटना
इंडोनेशिया की समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि चीनी जहाज दो बार ‘एमवी जियो कोरल’ नामक उसके जहाज के पास पहुंचा, जिससे भूकंपीय आंकड़े एकत्रित करने के लिए किए जा रहे सर्वेक्षण में बाधा उत्पन्न हुई. यह सर्वेक्षण सरकारी ऊर्जा कंपनी पीटी पर्टामिना द्वारा दक्षिण चीन सागर के उस हिस्से में किया जा रहा है, जिस पर दोनों देश अपना दावा करते हैं.
चीन के लिए ‘नौ-डैश लाइन’ काफी महत्वपूर्ण है, जिसका उपयोग वह दक्षिण चीन सागर के अधिकांश भाग पर अपने दावे को मोटे तौर पर दर्शाने के लिए करता है. चीन की यह ‘नौ-डैश लाइन’ इंडोनेशिया के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र के एक हिस्से से ओवरलैप होती है, जो नतूना द्वीप समूह तक फैली हुई है.
अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन
चीन नौ-डैश लाइन को अपनी समुद्री सीमा मानता है, जिसमें कई पड़ोसी देशों की सीमाएं भी आती हैं, लेकिन चीन उनकी आपत्तियों को नहीं मानता है. फिलीपींस के साथ एक ऐसे ही विवाद में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ऑफ जस्टिस ने चीन के दावों को खारिज कर दिया था, लेकिन चीन ने इस आदेश को मानने से इंकार कर दिया.
तेल के भंडार मौजूद
इस क्षेत्र पर चीन संप्रभुता का दावा ऐसे ही नहीं करता. रिपोर्ट के अनुसार, इस जगह पर 11 बिलियन बैरल तेल का भंडार और 190 ट्रिलियन क्यूबिक फीट प्राकृतिक गैस का भंडार मौजूद है. इस क्षेत्र पर ब्रुनेई, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, ताइवान और वियतनाम का भी दावा है.