कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने शनिवार को दिल्ली में महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह प्रदान करने की भाजपा की वित्तीय सहायता योजना के कार्यान्वयन पर सवाल उठाया और कहा कि इस योजना से राष्ट्रीय राजधानी के बजट का 60 प्रतिशत हिस्सा प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर वे अपना वादा पूरा करते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे। लेकिन, एक ही सवाल है कि इसके लिए पैसे कहां से आएंगे? भाजपा ने कहा था कि 18 साल से ऊपर की हर महिला को यह सम्मान दिया जाएगा। अगर चुनाव आयोग के आंकड़ों पर गौर करें तो दिल्ली में करीब 72 लाख महिला मतदाता हैं।
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कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि इस पर कुल खर्च करीब 21,600 करोड़ रुपये आता है। अब जब पूरा विकास बजट 37,000 करोड़ रुपये है, जिसमें अस्पताल, स्कूल और सब्सिडी शामिल हैं, तो आप बजट का करीब 60 फीसदी हिस्सा सिर्फ एक योजना के लिए कैसे आवंटित कर सकते हैं? उन्होंने यह भी कहा कि मुझे उम्मीद है कि दिल्ली सरकार द्वारा खर्च किया गया पैसा विकास से समझौता नहीं करेगा। इससे पहले, आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के विधायक गोपाल राय ने गुरुवार को विधानसभा चुनाव से पहले किए गए वादों को पूरा न करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की और दिल्ली सरकार से दिल्ली में महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह प्रदान करने की वित्तीय सहायता योजना को लागू करने का आग्रह किया, जिसे महिला समृद्धि योजना भी कहा जाता है।
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गोपाल राय ने एएनआई से कहा, “चुनाव से पहले भाजपा ने वादा किया था, इसलिए दिल्ली के लोग चाहते हैं कि बजट उसी के आधार पर तैयार किया जाए। पहली गारंटी दिल्ली की महिलाओं को 2,500 रुपये देने की थी और उन्होंने कहा था कि 8 मार्च तक महिलाओं को उनके खातों में वित्तीय सहायता मिल जाएगी।” आतिशी ने इससे पहले आप विधायकों और स्वयंसेवकों के साथ मिलकर इस मुद्दे पर भाजपा के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने राष्ट्रीय राजधानी की सभी महिलाओं के खातों में 2,500 रुपये ट्रांसफर करने के लिए नकद हस्तांतरण योजना–महिला समृद्धि योजना–का वादा किया था।