भोजन केवल पेट भरने का साधन नहीं है; यह हमारे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करता है। एक संतुलित आहार इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर रोगों से लड़ने की क्षमता देता है। हालांकि, कभी-कभी गलत आहार फूड एलर्जी का कारण बन सकता है, जिससे इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी उत्पन्न होती है। सामान्यतः, शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र बैक्टीरिया, वायरस और अन्य विषैले पदार्थों से रक्षा करता है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन से यह तंत्र गड़बड़ा सकता है, जिसे फूड एलर्जी कहा जाता है।
गेहूं के आटे से क्यों होती है एलर्जी
गेंहू में मौजूद ग्लोबुलिन, ग्लिएडिन, एल्बुमिन और प्रोटीन के कारण कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है। सिलिएक रोग में, गेंहू में मौजूद ग्लूटेन व्यक्ति को एलर्जी का शिकार बना सकता है। इससे बचने के लिए डॉक्टर गेंहू की जगह अन्य अनाज का सेवन करने की सलाह देते हैं।
गेहूं से एलर्जी होने पर इन 5 चीजों का सेवन न करें
- पेय
बहुत कम लोग जानते हैं कि कुछ पेय पदार्थों में ग्लूटेन मौजूद होता है। ऐसे में बीयर और अन्य गेहूं से बने मादक पेय नहीं पीने चाहिए। बोतलबंद वाइन, पहले से तैयार कॉफी और ड्रिंक्स में भी गेहूं हो सकता है। - मसाले
सोया सॉस, केचअप, सिरका और बारबेक्यू सॉस जैसी चीजों में अक्सर ग्लूटेन होता है, जो पेट में पहुंचकर ग्लूटेन एलर्जी को ट्रिगर कर सकता है। - बेक्ड फूड
कुकीज, पेस्ट्री, केक और डोनट्स जैसे बेक्ड फूड में सामान्यतः गेहूं का आटा होता है, जो गेहूं से एलर्जी वाले लोगों के लिए समस्या उत्पन्न कर सकता है। - प्रोसेसेड फूड
गेहूं से एलर्जी वाले लोगों को प्रोसेस्ड फूड का सेवन नहीं करना चाहिए। इनमें बर्गर, पनीर, मांस, आइसक्रीम और फ्रेंच फ्राइज शामिल होते हैं, जिनमें ग्लूटेन होता है। - ब्रेड और रैप्स
सफेद ब्रेड, गेहूं की रोटी, टॉर्टिला और अन्य प्रकार की ब्रेड और रैप्स में ग्लूटेन पाया जाता है, जो ग्लूटेन एलर्जी वाले लोगों की समस्या को बढ़ा देता है।
इन खाद्य पदार्थों से दूर रहकर आप गेहूं से एलर्जी के प्रभावों से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।