Wednesday, May 14, 2025
spot_img
Homeराष्ट्रीय'मेक इन इंडिया अच्छा आईडिया लेकिन फेल हो गए मोदी, बेरोजगारी का...

‘मेक इन इंडिया अच्छा आईडिया लेकिन फेल हो गए मोदी, बेरोजगारी का हल भी…’ Lok Sabha में सरकार पर राहुल का वार

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण पिछले कुछ सालों में दिए गए अभिभाषणों की तरह ही था। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए राहुल ने कहा कि हम बेरोजगारी की समस्या को सुलझा नहीं पाए हैं, ना तो संप्रग सरकार बेरोजगारी को लेकर युवाओं को कोई मार्ग दिखा पाई और ना ही मौजूदा सरकार कुछ कर पाई। मेरी इस बात से प्रधानमंत्री भी सहमत होंगे। उन्होंने दावा किया कि राजग सरकार का ‘मेक इन इंडिया’ का विचार अच्छा, लेकिन प्रधानमंत्री का इस दिशा में किया गया प्रयास विफल रहा है। 
 

इसे भी पढ़ें: Budget session: महाकुंभ भगदड़ पर विपक्ष का हंगामा, सरकार से की ये बड़ी मांग

राहुल ने आगे कहा कि लोग एआई के बारे में बात करते हैं, लेकिन यह समझना महत्वपूर्ण है कि एआई अपने आप में बिल्कुल अर्थहीन है क्योंकि एआई डेटा के शीर्ष पर काम करता है। डेटा के बिना, AI का कोई मतलब नहीं है। और अगर हम आज के आंकड़ों पर नजर डालें तो एक बात बहुत स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि दुनिया में उत्पादन प्रणाली से निकलने वाले डेटा का हर एक टुकड़ा। इस फोन को बनाने में जिस डेटा का इस्तेमाल किया गया, उस डेटा का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक कार बनाने में किया गया। आज ग्रह पर मूल रूप से सभी इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने के लिए जिस डेटा का उपयोग किया जाता है, उसका स्वामित्व चीन के पास है। और उपभोग डेटा का स्वामित्व संयुक्त राज्य अमेरिका के पास है। 
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस क्षेत्र में चीन को भारत पर कम से कम 10 साल की बढ़त हासिल है। चीन पिछले 10 वर्षों से बैटरी, रोबोट, मोटर, ऑप्टिक्स पर काम कर रहा है और हम पीछे हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी बैंकिंग प्रणाली पर 2-3 कंपनियों का कब्जा न हो जो मूल रूप से आपको उत्पादन प्रणाली बनाने की अनुमति नहीं देती हैं। लेकिन हमारी बैंकिंग प्रणाली छोटे और मध्यम व्यवसायों और उन लाखों-करोड़ों उद्यमियों के लिए खुली, गतिशील और सुलभ है जो इस क्रांति में भाग लेना चाहते हैं। हमारी विदेश नीति इस क्रांति को ध्यान में रखेगी। उन्होंने कहा कि जब हम संयुक्त राज्य अमेरिका से बात करते हैं, तो हम अपने प्रधान मंत्री को उनके राज्याभिषेक के लिए आमंत्रित करने के लिए अपने विदेश मंत्री को नहीं भेजेंगे। क्योंकि अगर हमारे पास उत्पादन प्रणाली होती और अगर हम इन प्रौद्योगिकियों पर काम कर रहे होते, तो अमेरिकी राष्ट्रपति यहां आते और प्रधान मंत्री को आमंत्रित करते।
 

इसे भी पढ़ें: थिएटर्स के बाद अब संसद में दिखाई जाएगी ‘रामायण द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत विशेष लोग आंमत्रित होंगे

राहुल ने कहा कि कोई भी देश मूल रूप से दो चीजों को व्यवस्थित करता है, आप उपभोग को व्यवस्थित कर सकते हैं और फिर आप उत्पादन को व्यवस्थित कर सकते हैं। उपभोग को व्यवस्थित करने का आधुनिक तरीका सेवाएँ है। उत्पादन को व्यवस्थित करने का आधुनिक तरीका विनिर्माण है, लेकिन उत्पादन में केवल विनिर्माण के अलावा और भी बहुत कुछ है। एक देश के रूप में हम उत्पादन को व्यवस्थित करने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास उत्कृष्ट कंपनियां हैं जो उत्पादन को व्यवस्थित करने का प्रयास करती हैं। मूलतः हमने जो किया है वह यह है कि हमने उत्पादन का संगठन चीनियों को सौंप दिया है। यह मोबाइल फोन, भले ही हम कह रहे हैं कि हम इस मोबाइल फोन को भारत में बनाते हैं, यह सच नहीं है। यह फ़ोन भारत में नहीं बना है। यह फोन भारत में असेंबल किया गया है। इस फोन के सभी कंपोनेंट चीन में बने हैं। हम चीन को टैक्स दे रहे हैं। 
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments