Friday, November 7, 2025
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यूपी बजट 2025-26: 20 फरवरी को पेश होगा राज्य बजट, विकास और कल्याणकारी योजनाओं पर रहेगा फोकस

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 20 फरवरी 2025 को विधानमंडल के दोनों सदनों में राज्य का बजट पेश करेगी। इस बजट का आकार करीब 8 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है और इसमें विकास व जनकल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

कैबिनेट बैठक में बजट सत्र को मिली मंजूरी

बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री आवास पर हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया। बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू होगा।

मुख्य बिंदु:

  • कैबिनेट बैठक में 12 प्रस्ताव रखे गए, जिनमें से 11 को मंजूरी दी गई।
  • संसदीय व वित्त कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को लोकभवन में वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ बजट की तैयारियों की समीक्षा की।
  • अपर मुख्य सचिव वित्त दीपक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।

सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बजट को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाए ताकि यह सही समय पर पेश किया जा सके।

हिंदू और बौद्ध एक ही वटवृक्ष की शाखाएं: सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ नगर से बौद्ध महाकुंभ यात्रा की शुरुआत करते हुए हिंदू और बौद्ध परंपराओं के एकत्व पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा:

“सभी उपासना विधियों का एक मंच पर आना अभिनंदनीय है। हिंदू और बौद्ध एक ही वटवृक्ष की शाखाएं हैं। यदि ये साथ आ जाएं, तो दुनिया का सबसे शक्तिशाली वटवृक्ष बन सकते हैं, जो छांव और सुरक्षा दोनों प्रदान करेगा।”

भगवान बुद्ध का संदेश आज भी प्रासंगिक

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान बुद्ध ने दुनिया को करुणा और मैत्री का संदेश दिया। अगर भारत रहेगा, तो बुद्ध का संदेश भी रहेगा।

मुख्य बातें:

  • कुछ लोग भारत को विभाजित करने का षड्यंत्र कर रहे हैं, लेकिन ऐसे आयोजनों से राष्ट्रविरोधी तत्वों की नींद हराम हो रही है।
  • महाकुंभ नगर में पहली बार कई देशों के बौद्ध संतों और विद्वानों का आगमन हुआ है।
  • कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने बौद्ध भिक्षुओं पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया।

बौद्ध महाकुंभ में संतों का आगमन और संगम स्नान

किन देशों से आए बौद्ध संत?

इस ऐतिहासिक आयोजन में नेपाल, भूटान, श्रीलंका, म्यांमार, तिब्बत, लाओस, थाईलैंड और वियतनाम से सैकड़ों बौद्ध संत और विद्वान शामिल हुए।

सभी बौद्ध भिक्षु और लामा त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगे और साधु-संतों के साथ भेंटवार्ता करेंगे।

मुख्यमंत्री और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने किया स्वागत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने बौद्ध भिक्षुओं का अंगवस्त्र और माला पहनाकर स्वागत किया।

बुद्ध के मार्ग से दुनिया युद्धमुक्त हो सकती है: इंद्रेश कुमार

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ सदस्य इंद्रेश कुमार ने बौद्ध भिक्षुओं के स्वागत समारोह में कहा:

“भारत दुनिया को करुणा और मैत्री का संदेश देगा। भगवान बुद्ध के मार्ग पर चलकर दुनिया युद्धमुक्त हो सकती है।”

उन्होंने बौद्ध और सनातनी परंपराओं की एकता को दोहराते हुए कहा:

“बुद्धं शरणं गच्छामि, संघं शरणं गच्छामि, धम्मं शरणं गच्छामि। बौद्ध और सनातनी एक थे, एक हैं और एक रहेंगे। हम सनातन धर्म के अंश थे, हैं और रहेंगे।”

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