कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस अपने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के मार्गदर्शन में काम करती है और विपक्ष की टिप्पणियों को महत्व देती है।
कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर जारी सत्ता संघर्ष के बीच पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार से एकजुट होकर काम करने और राज्य के विकास को प्राथमिकता देने का अनुरोध किया था।
उन्होंने कहा था कि यदि वे अलग-अलग रहेंगे और अलग-अलग दिशाओं में आगे बढ़ेंगे तो यह ‘‘कठिनाई’’ भरा होगा।
खरगे ने जेवरगी में कल्याण पथ परियोजना को हरी झंडी दिखाने के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए जब यह टिप्पणी की थी तब उनके साथ मंच साझा कर रहे शिवकुमार मुस्कुराते रहे।
खरगे की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवकुमार ने रामनगर में संवाददाताओं से कहा,‘‘मैं मंच पर था। हम उनकी (खरगे की) बात सुनेंगे और उनके मार्गदर्शन में चलेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी विपक्षी पार्टी भी हमारा मार्गदर्शन करती है। हम उनकी बात पर भी गौर करते हैं। वे हम पर बहुत टिप्पणी करते हैं, लेकिन हमें कभी बुरा नहीं लगता। जनता की भलाई के लिए जो भी करना होगा, हम वह करेंगे।’’
राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह टिप्पणी क्यों की।
परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि उन्होंने किस संदर्भ में ऐसा कहा। हम सभी एकजुट हैं। हम एकजुट होकर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, सभी मंत्री और पूरी सरकार केवल लोगों के लिए काम कर रही है।’’
इस बीच केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता प्रल्हाद जोशी ने हुबली में संवाददाताओं से कहा कि खरगे द्वारा सिद्धरमैया और शिवकुमार को साथ चलने के लिए कहने का मतलब है कि वे एकजुट नहीं हैं।
जोशी ने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्वीकार किया है कि वे साथ नहीं हैं और कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है। उनकी स्थिति अब बहुत स्पष्ट रूप से समझी जा सकती है।