संस्कृतभारती हरियाणा कैथल के सौजन्य से राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल में दो सप्त दिवसीय संस्कृत सम्भाषण शिविरों का शुभारम्भ हुआ,यह शिविर 24 जुलाई तक चलेंगे। दीप प्रज्वालन एवं सरस्वती वन्दना से उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
विद्यालय की संस्कृत शिक्षिका सुमन तंवर ने उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि का परिचय एवं स्वागत करते हुए शिविर के उद्देश्यों को विद्यार्थियों के समक्ष रखा और कहा कि वर्तमान समय में भारतीय मूल्यों एवं संस्कारों से जुड़े रहने के लिए संस्कृत की अत्यधिक उपयोगिता है।
शिविर के उद्घाटन पर संस्कृतभारती के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख एवं महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय कैथल के ज्योतिष विभाग के आचार्य डॉ. नवीन शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की । उन्होंने अपने वक्तव्य में संस्कृतभारती वैश्विक संगठन का परिचय दिया कि कैसे संगठन जन-जन तक संस्कृतभाषा पहुँचाने हेतु कार्य कर रहा है।
उन्होंने संगठन के द्वारा चलाए जाने वाले संस्कृत सम्भाषण शिविरों,प्रबोधन वर्गों एवं प्रशिक्षण वर्गों सम्बन्धी विषय से भी शिविरार्थियों को रूबरू कराया। श्रावणी पूर्णिमा को संस्कृत दिवस होता है एवं श्रावण मास को संस्कृत मास के नाम से जाना जाता है। इस माह संस्कृत प्रेमियों एवं संस्थाओं द्वारा संस्कृतमय कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । संस्कृत रोजगार के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ बनाती है जिसकी आज के समय में महती उपयोगिता है।
विद्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्य श्रीमती सुनीता ने भी शिविर के आयोजन एवं भारतीय ज्ञान-परम्परा की मूल संस्कृत के प्रचार-प्रसार हेतु कार्यकर्ताओं की प्रशंसा की। इस अवसर पर कैथल जिला सहमन्त्री प्रवीण शास्त्री ने शिविर की व्यवस्था एवं शिविर शिक्षिका आशा ने मंच संचालन किया। इन दोनों शिविरों में 130 बालिकाएं प्रतिभागिता कर रही हैं। यह शिविर दो भागों में चलेगा। विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती सविता, भूगोल प्राध्यापक जय भगवान, शीतल इत्यादि उपस्थित रहे।