अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत करेंगे। व्हाइट हाउस ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की। यह वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब ट्रंप ने हाल ही में चीन से आने वाले सामानों पर 10% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। यह पहला मौका होगा जब इस फैसले के बाद दोनों नेता सीधे संपर्क करेंगे।
चीन को राहत की उम्मीद, लेकिन टैरिफ बढ़ाने की धमकी भी
मैक्सिको और कनाडा को टैरिफ विवाद पर ट्रंप से बातचीत के बाद कुछ राहत मिली है, जिससे अब चीन को भी नरमी की उम्मीद है। हालांकि, ट्रंप ने सोमवार को चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर चीन अमेरिका में फेंटानाइल (एक नशीला पदार्थ) भेजना बंद नहीं करता, तो टैरिफ की दर और बढ़ाई जा सकती है।
उधर, चीन ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में इस मामले को उठाने की धमकी दी है। संयुक्त राष्ट्र में चीनी राजदूत फू कांग ने कहा कि आगामी सुरक्षा परिषद की बैठक दोनों देशों के लिए अहम साबित हो सकती है। इस बैठक में चीनी विदेश मंत्री वांग यी और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो प्रमुख द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं।
अमेरिका-चीन संबंधों पर गहराता तनाव
चीनी राजदूत फू कांग ने कहा कि ट्रंप का टैरिफ लगाने का फैसला WTO नियमों का उल्लंघन करता है, और इसीलिए चीन इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा रहा है। उन्होंने पर्यावरण, ड्रग्स, आतंकवाद और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े मुद्दों पर अमेरिका-चीन सहयोग को जरूरी बताया।
मैक्सिको और कनाडा को टैरिफ में आंशिक राहत
ट्रंप प्रशासन ने कनाडा और मैक्सिको पर भी टैरिफ लगाया था, लेकिन बातचीत के बाद दोनों देशों को कुछ राहत मिली है।
- मैक्सिको: राष्ट्रपति क्लॉडिया शिनबाम ने ट्रंप से वार्ता के बाद उत्तरी सीमा पर 10,000 नेशनल गार्ड तैनात करने का वादा किया, ताकि अमेरिका में मादक पदार्थों की तस्करी रोकी जा सके।
- कनाडा: प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी ट्रंप से बात की और इसे सकारात्मक बताया। अमेरिका ने कनाडा को 30 दिन की टैरिफ छूट देने का फैसला किया है।
क्या समाधान की ओर बढ़ रहे हैं अमेरिका-चीन रिश्ते?
अब सबकी नजरें ट्रंप-जिनपिंग वार्ता पर टिकी हैं। यह बातचीत तय करेगी कि क्या दोनों देशों के बीच बढ़ता ट्रेड वॉर थमेगा, या फिर अमेरिका और कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाएगा।