बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने फिर से बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जब सौगात लेकर आ रहे हैं तो उनकी प्राथमिकताएं अलग हैं। वह बिहार को विकसित राज्य बनाने के विजन के साथ काम कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक कानून व्यवस्था की बात है तो सभी जानते हैं कि यह राज्य सरकार का मामला है। ऐसे में यह कहना उचित नहीं है कि प्रधानमंत्री चिंतित नहीं हैं। हाल के दिनों में जिस तरह से आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं, उसे देखते हुए जिस तरह से पारस अस्पताल में घुसकर हत्या हुई, उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता।
इसे भी पढ़ें: Bihar electoral roll revision: चुनाव आयोग का दावा, 90% मतदाताओं के फॉर्म प्राप्त हुए, 36 लाख अपने पते पर नहीं
चिराग पासवान ने आगे कहा कि हकीकत यह है कि अगर एक भी घटना होती है तो प्रशासन को जिम्मेदारी लेनी होगी। एडीजी यह नहीं कह सकते कि बरसात से पहले ऐसी घटनाएं होती हैं। क्या आप किसानों पर इसका आरोप लगा रहे हैं?… राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि बिहार के लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा हो। इससे पहले चिराग पासवान ने गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के कुछ घंटों बाद चुनावी राज्य बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की।
इसे भी पढ़ें: Bihar: दर्द से करहाते दिखे प्रशांत किशोर, आरा में रैली के दौरान को लगी चोट, इलाज के लिए पटना रवाना
उनकी यह प्रतिक्रिया पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती, इलाज के लिए पैरोल पर बाहर आए एक कैदी की हत्या के प्रयास के बाद आई है, जो पाँच अपराधियों के एक गिरोह द्वारा हत्या का प्रयास किया गया था। यह दूसरी बार है जब चिराग पासवान, जिनकी पार्टी राज्य और केंद्र दोनों में एनडीए की सहयोगी है, ने बिहार में कानून-व्यवस्था पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। बिहार में इस साल 243 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव होने में कुछ ही महीने बाकी हैं। सूत्रों ने बताया कि नड्डा और चिराग दोनों ने चुनावी राज्य में बढ़ते अपराधों के बीच बिहार की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। बैठक के बाद कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया।