29 नवंबर 2022 को आसिम मुनीर को पाकिस्तान का सेना प्रमुख बनाया गया था। 29 नवंबर 2025 तक का इसका ये इस पद पर बना रहना था। मतलब 2 दिन इसे बीत चुके हैं। मतलब टेक्निकली अब ये पाकिस्तान का सेना प्रमुख नहीं है। इस बीच इसने एक हिमाकत की ऑपरेशन सिंदूर जिसकी वजह से करना पड़ा पहलगाम में आतंकी हमला पाकिस्तान ने किया। उसके बाद इसने खुद को शबाज शरीफ सरकार पर दबाव बनाकर फील्ड मार्शल का पद अपने लिए इसने रख लिया। टेक्निकली जो पद आपका 2027 तक रहेगा। लेकिन अब अगर बात करें तमाम दुनिया में हेडलाइंस इसको लेकर चलती रही बनती रही वो ट्रंप से मुलाकात करना हो चीन जाकर मुलाकात करना हो। मतलब जितने देशों में शहबाज शरीफ नहीं जाते हैं जितने देशों में असिए मुनीर हो आते हैं। इससे ही उनके पावर का अंदाजा हो जाता है।
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उसके बाद एक और काम किया पाकिस्तान में पाकिस्तान के संविधान में 27वां संशोधन करवाया जिसके बाद इसे एक तरीके से कहें कि पाकिस्तान में सबसे ज्यादा ताकतवर इंसान बना दिया गया। शहबाज शरीफ ने संसद में उसे पेश किया। राष्ट्रपति ने उसे मंजूरी दी। दोनों सदनों में बहुमत से पास भी हुआ। लेकिन इसका नोटिफिकेशन अब तक जारी नहीं हुआ। इसके पीछे कई थ्योरी चल रही हैं। पहली थ्योरी तो ये है कि जिस तरीके से पाकिस्तान में कहा जा रहा है कि इमरान खान को जेल में मरवा दिया गया है। उस वजह से ये नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। लेकिन दूसरी तरफ फिलहाल मौजूदा वक्त में जो प्रधानमंत्री हैं या फिर कठपुतली प्रधानमंत्री आप कह सकते हैं वो लंदन में हैं। लंदन में उनके भाई नवाज शरीफ रहते हैं। नवाज शरीफ ने ही शहबाज शरीफ को कुर्सी पर बिठवाया था।
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आसिम मुनीर ने यही कोशिश की थी कि सैन्य तख्तापलट को संविधान का 27वां संशोधन करवाकर उसने संवैधानिक मंजूरी दिलवा दी है। अब ये नोटिफिकेशन कब जारी होगा कब जारी नहीं होगा वो एक अलग बात है। लेकिन फिलहाल नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ में खींचतान चल रही है। शबाज शरीफ का कहना है कि नोटिफिकेशन जारी करवाया जाएगा। नवाज शरीफ का कहना है कि नोटिफिकेशन जारी नहीं हो। 29 नवंबर की रात को असिम मुनीर को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के तौर पर कार्यकालिक अधिकारी के तौर पर इसका कार्यकाल खत्म हो गया। उसके बाद इसे डिफेंस फोर्सेस का चीफ बनना था। ये नोटिफिकेशन जारी होना था। लेकिन नहीं हुआ। हुआ है।

