समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले के पास हुए विस्फोट को रोकने में “खुफिया विफलता” के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया। इस विस्फोट में कम से कम 8 लोग मारे गए थे। उन्होंने सवाल उठाया कि राष्ट्रीय राजधानी में, खासकर उस इलाके के पास, जहाँ प्रधानमंत्री हर स्वतंत्रता दिवस पर अपना वार्षिक भाषण देते हैं, ऐसा विस्फोट कैसे हो सकता है।
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सपा प्रमुख ने यहाँ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान व्यंग्यात्मक लहजे में पूछा कि हमें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री और सरकार इस बात का खुलासा ज़रूर करेंगे कि इसके पीछे कौन है, जिसकी वजह से हमारी राजधानी, हमारे प्रतीक, जहाँ से प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देते हैं, इतनी बड़ी घटना घटी। हमारी खुफिया जानकारी हर बार क्यों विफल रही है? मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के पास हुए हालिया विस्फोट पर अपनी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और आश्वासन दिया कि सभी संबंधित एजेंसियां स्थिति को संभालने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।
उन्होंने घायलों से मिलने के लिए अस्पताल जाने का भी ज़िक्र किया और उनके परिवारों के प्रति सरकार के सहयोग को दोहराया ताकि उन्हें किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े। दिल्ली पुलिस ने विस्फोट के सिलसिले में गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), विस्फोटक अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस ने कहा, “कोतवाली पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धारा 16, 18 और विस्फोटक अधिनियम व बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।”
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सोमवार शाम दिल्ली में हुए घातक विस्फोट के बाद स्थिति का आकलन करने के लिए अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी। इस विस्फोट में आठ लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली पुलिस संदिग्ध की गतिविधियों, फरीदाबाद के एक विश्वविद्यालय से जुड़े संदिग्ध नेटवर्क और घटना में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक की प्रकृति पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

