5 स्टार का खाना खाते ही कोमा में पहुंची बच्ची! डिश में मिली थी ये खतरनाक चीज
कहते हैं जिंदगी का कुछ भरोसा कब आपके साथ क्या हो जाए. कई बार ऐसा होता है कि आप किसी के साथ कुछ अच्छा करने के बारे में सोचते हैं और आपको साथ बुरा हो जाता है. इससे जुड़ी कई कहानियां आपने पढ़ी और सुनी होगी. जिसके बारे में जानकर लोगों को काफी ज्यादा हैरानी होती है. ऐसी ही एक कहानी इन दिनों चर्चा में है. जहां एक परिवार का पूरा ट्रिप एक बार में बर्बाद हो गया!
कहते हैं एक घर में उस समय खुशी आती है जब बच्चे खुश रहते हैं. ऐसे में जब कभी कोई बात बच्चों पर आती है तो माता-पिता हर कोई घबरा जाता है और अगर ये चीज सफर या ट्रिप पर हो तो बात और ज्यादा घबराने वाली हो जाती है. अब सामने आए इस किस्से को ही देख लीजिए, जहां माता-पिता अपने बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने गए और एक ट्रिप आराम से गुजरे इसलिए उन्होंने एक फाइव स्टार होटल में रुकने का बंदोबस्त किया, लेकिन यहीं उनके साथ खेल हो गया और ट्रिप में मनहूसियत छा गई.
होटल में खाने से ऐसा हुआ परिणाम?
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन का रहने वाला एक कपल अपनी दो साल की बच्ची क्लोई के साथ मिल्प में छुट्टियां मनाने गया था. दरअसल हुआ यूं कि होटल रिसॉर्ट का खाना खाने के बाद बच्ची की तबीयत कुछ यूं बिगड़ी कि वो कोमा में पहुंच गई. अब आलम ऐसा है कि वो जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है. इनका पूरा परिवार हर्गादा के फाइव स्टार रिसॉर्ट Jaz Aquaviva में रुके हुए थे.
यही बच्ची ने खाना खाया जिसके बाद उसे से डायरिया, थकान और पेट में दर्द होने लगा और धीरे-धीरे हालत इतनी खराब हो गई कि बच्ची की आंखों के आगे अंधेरा छाने लगा. हालत जब ऑउट ऑफ कंट्रोल हो गई तो उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया तो पता चला कि बच्ची की किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है, जिस कारण उसे डायलिसिस पर डाला गया.
शरीर में घुस गया था बैक्टीरिया
रिपोर्ट के मुताबिक ये बात पता चला कि क्लोई को ई-कोली बैक्टीरिया ट्रांसमिट हुआ है, जिसकी वजह से उसकी ये हालत हुई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैक्टीरिया ने उसके शरीर में Haemolytic Uraemic Syndrome पैदा किया है, जो सीधा इंसान का ब्रेन डैमेज करते हैं.
माता-पिता अपनी बेटी की ये देखकर हैरान थे और अंत में उन्होंने फैसला किया कि वो अपने बच्चों को लेकर अपने देश में आ गए. यहां वो चार दिन तक कोमा में रही क्योंकि उसके हाथ और गर्दन में ब्लड क्लॉटिंग हो गई थी. अब भी बच्ची रात में डरकर उठ जाती है क्योंकि उसके मन में खौफ बैठ गया है.