स्पेन फुटबॉल टीम के मुख्य कोच लुईस डे ला फुएंते ने बार्सिलोना क्लब के साथ लमिन यामाल को लेकर किसी भी तरह के विवाद की बात को सिरे से खारिज किया है। हाल ही में यामाल को राष्ट्रीय टीम से बाहर होना पड़ा है क्योंकि उन्हें प्यूबाल्जिया (जांघ से जुड़ी मांसपेशियों में दर्द) की समस्या के कारण इलाज कराना पड़ा। डॉक्टरों ने उन्हें करीब 7 से 10 दिनों के आराम की सलाह दी है।
मौजूद जानकारी के अनुसार, डे ला फुएंते इस फैसले से थोड़ा “हैरान” जरूर हुए, लेकिन उन्होंने साफ किया कि स्पेन की राष्ट्रीय टीम और बार्सिलोना क्लब के बीच सबकुछ ठीक है। उन्होंने बताया कि यामाल पूरी तरह से टीम के प्रति समर्पित हैं और खुद भी टीम के साथ रहना चाहते थे।
डे ला फुएंते ने एक स्पेनिश रेडियो चैनल से बातचीत में कहा, “मैंने कल उनसे बात की थी, हम दोपहर से लेकर शाम तक साथ रहे और आज सुबह भी मिले। वह रहना चाहते थे, वे राष्ट्रीय टीम के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। हम खिलाड़ियों से लगातार संपर्क में रहते हैं, खासकर जब वे चोटिल होते हैं। मैंने उन्हें भरोसा दिलाने की कोशिश की क्योंकि वे थोड़ा चिंतित थे, आखिर वह बहुत युवा हैं और यह खेल काफी जोखिम भरा होता है।”
उन्होंने आगे कहा, “किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। हर किसी के अपने हित होते हैं, जिन्हें हमें समझना चाहिए। लेकिन अंततः सबका लक्ष्य एक ही है—अच्छा प्रदर्शन करना। क्लब और देश दोनों के लिए संतुलन जरूरी है। हम हमेशा क्लबों के साथ तालमेल में काम करते हैं और खिलाड़ियों की सेहत को प्राथमिकता देते हैं। जैसे वे अपने क्लब के लिए खेलते हैं, वैसे ही उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए भी तैयार रहना चाहिए। मैंने अब तक किसी ऐसे खिलाड़ी को नहीं देखा जो राष्ट्रीय टीम में नहीं आना चाहता हो। उल्टा, जब उनका चयन नहीं होता तो वे नाराज़ होते हैं। जैसे मैं बार्सिलोना के फैसलों का सम्मान करता हूं, वैसे ही मैं अपने फैसलों के लिए भी सम्मान की अपेक्षा करता हूं।”
बता दें कि लमिन यामाल अब अंतरराष्ट्रीय ब्रेक के दौरान बार्सिलोना लौट चुके हैं और इस समय आराम कर रहे हैं। उम्मीद है कि वे घरेलू फुटबॉल की वापसी पर फिट होकर मैदान में उतरेंगे। गौरतलब है कि बार्सिलोना आने वाले हफ्तों में एथलेटिक क्लब और चेल्सी के खिलाफ अहम मुकाबले खेलने वाली है, जिनमें यामाल की वापसी टीम के लिए राहत की खबर साबित हो सकती है।

