शुक्रवार को एनडीए बिहार में अपनी अब तक की सबसे निर्णायक जीत हासिल करने के लिए तैयार दिख रहा है, 243 सदस्यीय विधानसभा में न सिर्फ़ “160 पार” बल्कि “200 पार” की दौड़ में शामिल हो गया। इसके ठीक उलट, तेजस्वी यादव की राजद के नेतृत्व वाला महागठबंधन लगभग पूरी तरह से सफ़ाई के कगार पर था।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की शानदार जीत प्रगतिशील शासन देने की उसकी क्षमता में लोगों के विश्वास को दर्शाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत की दृष्टि को भी दर्शाती है।
नायडू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘बिहार में राजग की शानदार और ऐतिहासिक जीत प्रगतिशील शासन देने की उसकी क्षमता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत की दृष्टि में लोगों के निरंतर विश्वास को दर्शाती है।’’
राजग के सहयोगी और केंद्र में इसके एक प्रमुख घटक दल तेदेपा के प्रमुख ने नीतीश कुमार तथा भाजपा और जद(यू) के सभी विजेताओं को बधाई दी।
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उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी राजग को बधाई देते हुए कहा कि बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली विकासोन्मुखी सरकार को बनाये रखने के लिए स्पष्ट और निर्णायक जनादेश दिया है।
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पिछले चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी रही राजद अपनी आधी से ज़्यादा सीटें गंवाने की राह पर है। कांग्रेस को एक बार फिर संघर्ष करना पड़ा, जिससे महागठबंधन की हमेशा से कमज़ोर रही उसकी छवि और मज़बूत हुई। इस बीच, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी, जिसे कुछ लोग एक्स-फैक्टर बता रहे थे, “बेकार” रही और कोई खास प्रभाव नहीं डाल पाई।

