डिजिटल अरेस्ट धोखाधड़ी के मामलों में कथित रूप से शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में कहा कि शहर की साइबर अपराध पुलिस ने धोखाधड़ी में कथित तौर पर शामिल 24 वर्षीय एक छात्र और करीब 45 वर्ष की आयु के दो व्यापारियों को गिरफ्तार किया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि आरोपी देशभर में पांच मामलों में संलिप्त थे,जिनमें तेलंगाना के दो मामले शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।
तीनों लोगों की गिरफ्तारियां 71 वर्षीय व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी पर हुईं। बुजुर्ग ने प्राथमिकी में कहा था कि सीबीआई अधिकारी बनकर उसके साथ साइबर ठगों ने धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
शिकायतकर्ता ने बताया कि जालसाजों ने उसे फोन करके दावा किया कि उसके आधार का उपयोग करके खोला गया बैंक खाता एक आपराधिक मामले से संबद्ध है।
साइबर ठगों ने बाद में एक वीडियो कॉल करके बुजुर्ग को उसके नाम का एक एटीएम कार्ड दिखाया और कथित तौर पर दिल्ली अपराध शाखा की एक फर्जी प्राथमिकी भेजी। इसके बाद उन्होंने मामला रफा-दफा करने के लिए पैसे मांगे।
पुलिस ने बताया कि जालसाजों पर विश्वास करके व्यक्ति ने सात से 14 नवंबर के बीच विभिन्न बैंक खातों में 1,92,50,070 रुपये जमा कर दिए।
इसके उसने हैदराबाद साइबर अपराध पुलिस से संपर्क किया।

