21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के लिए बुलाए जाने से पहले, विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के घटक दल शनिवार को एक ऑनलाइन बैठक करेंगे ताकि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को घेरने के लिए उठाए जाने वाले मुद्दों पर आम सहमति बनाई जा सके। हालांकि, एकजुटता दिखाने की कोशिशों के बावजूद, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शनिवार को होने वाली अपनी शहीद दिवस रैली से पहले शुक्रवार को ही बैठक में भाग लेने की पुष्टि की, जबकि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) इंडिया ब्लॉक से खुद को दूर करने के बाद बैठक में शामिल नहीं होने वाली है।
मानसून सत्र में सरकार को घेरने की साझा रणनीति और देश के वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा की जाएगी।
बैठक शाम सात बजे प्रस्तावित है। पहले यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास ‘10 राजाजी मार्ग’ पर होनी थी लेकिन कुछ प्रमुख नेताओं की दिल्ली में अनुपलब्धता के कारण यह बैठक डिजिटल माध्यम से बुलाई गई है।
इस बैठक से एक दिन पहले गठबंधन को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को ‘इंडिया’ गठबंधन से दूरी बनाते हुए कहा कि वह अब विपक्षी गठजोड़ का हिस्सा नहीं है और इसका नेतृत्व करने में कांग्रेस पार्टी की भूमिका पर सवाल उठाया।
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कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को कहा था कि मानसून सत्र के दौरान पहलगाम आतंकी हमले के हमलावरों के अब तक न्याय के कठघरे से बाहर रहने, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर कुछ रक्षा अधिकारियों के खुलासे, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे और चीन के विषय पर कम से कम दो दिनों की चर्चा होनी चाहिए तथा इस मांग को लेकर कोई समझौता नहीं हो सकता।
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रमेश ने साक्षात्कार में यह भी कहा था कि विपक्ष यह मांग भी करेगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में आकर इन विषयों पर जवाब दें।
उन्होंने कहा कि संसद में गतिरोध टालना और कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित करने की जिम्मेदारी विपक्ष की नहीं, सरकार की है।
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से आरंभ हो रहा है और 21 अगस्त कुल 21 बैठकें प्रस्तावित हैं।
‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं की बैठक लंबे समय बाद हो रही है।