जोधपुर शहर में यातायात के बढ़ते दबाव को कम करने और औद्योगिक विकास को गति देने के लिए एक नई रिंग रोड बनाए जाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। यह प्रस्तावित रिंग रोड मौजूदा रिंग रोड से 10 से 15 किलोमीटर आगे हो सकती है, जिससे शहर के बाहरी क्षेत्रों में परिवहन को सुगम बनाया जा सकेगा।
नई रिंग रोड पर चर्चा तेज
हाल ही में मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान इस नई रिंग रोड की चर्चा हुई थी। हालांकि, अभी इसकी सटीक सीमा तय नहीं की गई है और इसे जमीन पर उतारने की प्रक्रिया पर काम बाकी है। वर्तमान में जोधपुर की रिंग रोड डांगियावास से शुरू होकर शताब्दी सर्कल, डाली बाई सर्कल, डीपीएस सर्कल और केरू, करवड़ तक फैली हुई है।
जब इसे पहली बार प्रस्तावित किया गया था, तब इसे शहर के बाहरी इलाकों से यातायात निकालने के उद्देश्य से बनाया गया था। लेकिन अब, इसके दूसरी ओर भी बस्तियां बस चुकी हैं, जिससे एक नई रिंग रोड की आवश्यकता महसूस हो रही है ताकि शहर के यातायात को बेहतर तरीके से डायवर्ट किया जा सके।
दो प्रमुख औद्योगिक हब होंगे आपस में जुड़े
इस रिंग रोड का उद्देश्य बालोतरा को जोधपुर और रोहट-कांकाणी औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ना भी है। इससे लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट को सुगम बनाया जा सकेगा, साथ ही प्रमुख औद्योगिक हब को एक-दूसरे से जोड़कर आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
संभावित विस्तार: मोगड़ा-कांकाणी और बोरानाडा तक बढ़ सकती है सीमा
मौजूदा रिंग रोड की सीमा अब काफी हद तक शहर के भीतर आ चुकी है। अब इसे मोगड़ा या कांकाणी से जोड़ने पर विचार किया जा रहा है, जो शहरी केंद्र से लगभग 20 से 30 किलोमीटर दूर है। दूसरी ओर, बोरानाडा के आगे तक भी इसका विस्तार किया जा सकता है क्योंकि यहां एक नया ट्रांसपोर्ट हब विकसित होने की संभावना है।
एक नजर में जोधपुर की वर्तमान रिंग रोड
- वर्तमान रिंग रोड की लंबाई: 75 किलोमीटर
- निर्माण पूरा होने में लगा समय: 7 साल
- परिकल्पना की गई थी: 15 साल पहले
- शहर का विस्तार: मौजूदा रिंग रोड से 3-5 किमी आगे तक
- नई प्रस्तावित रिंग रोड: मौजूदा रिंग रोड से 10 किलोमीटर आगे तक
यह नई रिंग रोड जोधपुर की ट्रैफिक व्यवस्था को संतुलित करने के साथ-साथ औद्योगिक विकास और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को भी मजबूत करेगी। सरकार की योजना पर जल्द ही विस्तृत कार्ययोजना तैयार होने की उम्मीद है।


