कतर ग्रैंड प्रिक्स की रात कुछ अलग ही रोमांच लेकर आई, क्योंकि मुकाबले ने न केवल ड्राइवरों को, बल्कि दर्शकों को भी आखिरी लैप तक बांधे रखा है। मौजूद जानकारी के अनुसार, मैक्स वेरस्टापेन ने एक बार फिर अपनी रणनीतिक क्षमता और ट्रैक पर नियंत्रण दिखाते हुए ऑस्कर पियास्त्री को पीछे छोड़ जीत दर्ज की है। गौरतलब है कि यह जीत वेरस्टापेन को खिताबी दौड़ में निर्णायक रूप से वापस लाती है, जबकि लैंडो नॉरिस चौथे स्थान पर रहकर भी कुल अंक तालिका में शीर्ष पर बने हुए हैं।
रेस की शुरुआत में पियास्त्री ने पोल पोज़िशन से बढ़त ली, लेकिन शुरुआती लैप में ही नॉरिस को पीछे धकेलते हुए वेरस्टापेन दूसरे स्थान पर आ गए। बता दें कि सातवें लैप पर हुल्केनबर्ग और गैस्ली की टक्कर के बाद आई सेफ्टी कार ने रणनीति का खेल पूरी तरह बदल दिया है। लगभग सभी प्रमुख टीमों ने इस मौके पर पिट स्टॉप किया, जबकि सिर्फ मैक्लारेन ने जोखिम लेते हुए अपने दोनों ड्राइवरों को ट्रैक पर बनाए रखा।
मैक्लारेन की यह रणनीति आगे चलकर भारी पड़ती दिखी, क्योंकि 25वें लैप तक दोनों को अनिवार्य रूप से रुकना पड़ा और तब तक वेरस्टापेन तेज़ रफ्तार से बढ़त बना चुके थे। दूसरी ओर, पियास्त्री ने रेस की गति और स्थिरता बनाए रखी, लेकिन निर्णायक पलों में वेरस्टापेन की रफ्तार और पिट रणनीति ने अंतर पैदा कर दिया है। वहीं, विलियम्स के कार्लोस सैंज़ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस सीज़न का अपना दूसरा पोडियम हासिल किया, जिसने चैंपियनशिप समीकरणों में नई दिलचस्पी जोड़ दी है।
फिनिशिंग लैप्स में नॉरिस ने अंटोनेल्ली को पीछे छोड़ चौथा स्थान वापस हासिल किया, जो खिताबी दौड़ के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मौजूद आंकड़ों के अनुसार, अंक तालिका में अब नॉरिस 408 अंकों के साथ पहले, जबकि वेरस्टापेन 396 और पियास्त्री 392 अंकों के साथ क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। बता दें कि यह अंतर इतना कम है कि अबू धाबी में होने वाली अंतिम रेस में तीनों ड्राइवरों के बीच खिताब की जंग पूरी तरह खुली हुई है।
वेरस्टापेन ने जीत के बाद कहा कि टीम की रणनीति बिल्कुल सही समय पर लागू की गई और यही उन्हें रेस जीतने में निर्णायक साबित हुई है। दूसरी ओर, पियास्त्री ने स्वीकार किया कि टीम अपनी रणनीति बेहतर लागू कर सकती थी, लेकिन कुल मिलाकर रफ्तार और प्रदर्शन संतोषजनक रहा है। नॉरिस ने भी माना कि रेस आसान नहीं थी और अंतिम रेस में पूरी ताकत के साथ उतरना होगा।
अबू धाबी में होने वाली आखिरी भिड़ंत इस सीज़न को ऐतिहासिक बनाने जा रही है, क्योंकि तीन ड्राइवर अभी भी विश्व खिताब की दौड़ में मौजूद हैं।

