रुमेटायड आर्थरायटिस (Rheumatoid Arthritis) एक ऑटो इम्यून डिजीज है, जो हमारे शरीर के जोड़ों पर सीधा और बहुत गंभीर असर डालती है। इस बीमारी के कारण जोड़ों में सूजन और दर्द की समस्या हो जाती है। ऐसे में जोड़ों का मूवमेंट भी काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर एक बार किसी को ये बीमारी हो जाए तो दोबारा पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाती। इसे सिर्फ दवाओं के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। रुमेटायड आर्थराइटिस के कारण चलना-फिरना और रोजाना के काम करना भी मुश्किल हो जाता है। सर्दी और बारिश के दिनों में समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है।
हर साल 2 फरवरी को इस बीमारी को लेकर लोगों को जागरुक करने के लिए रुमेटायड आर्थरायटिस जागरूकता दिवस मनाया जाता है। आंकड़ों के मुताबिक, अधिकांश मामलों में देखा जाता है कि 40 साल के बाद इस परेशानी का रिस्क ज्यादा होता है। अगर आपके घर में RA की फैमिली हिस्ट्री है, तो और भी ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है। इस समस्या से अगर आप खुद को बचाना चाहते हैं, तो उन चीजों के सेवन से परहेज करें, जो हड्डियों के लिए नुकसानदायक मानी जाती हैं।
रुमेटॉइड आर्थराइटिस जागरूकता दिवस का इतिहास
रूमेटॉइड पेशेंट फाउंडेशन (RPF) द्वारा इस दिन की स्थापना 2011 में की गई थी, जिसे अब आर्थराइटिस फाउंडेशन के नाम से जाना जाता है। यह आरए के बारे में लोगों को शिक्षित करने, बेहतर रोगी देखभाल और उपचार तक पहुंच की वकालत करने और बेहतर निदान, प्रबंधन और अंततः इलाज के लिए अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
जानिए इस दिवस का महत्व
रुमेटी गठिया एक प्रचलित स्थिति है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। जोड़ों की क्षति को रोकने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए प्रारंभिक निदान और उचित प्रबंधन महत्वपूर्ण है। जागरूकता बढ़ाने से आरए से पीड़ित व्यक्तियों को समय पर चिकित्सा सहायता लेने, अपनी स्थिति को समझने और अपनी देखभाल के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है। यह अधिक प्रभावी उपचार विकसित करने और अंततः आरए के लिए इलाज खोजने की दिशा में अनुसंधान प्रयासों को प्रोत्साहित करता है।
इस बीमारी के संकेत और लक्षण
- भूख और वजन में कमी सूजन के कारण भूख कम हो सकती है और अनजाने में वजन घट सकता है।
- बुखार और कम-स्तर की सूजन आरए शरीर के तापमान में मामूली वृद्धि और पूरे शरीर में सामान्य सूजन पैदा कर सकता है।
- जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन यह आमतौर पर कई जोड़ों को प्रभावित करता है, खासकर हाथ, पैर, कलाई और घुटनों में। दर्द अक्सर सुबह के समय और निष्क्रियता के बाद अधिक होता है।
- थकान आरए से पीड़ित कई लोग लगातार थकान का अनुभव करते हैं, जिससे दैनिक गतिविधियां चुनौतीपूर्ण हो जाती हैं।