पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने रानीपतरा गांव में पांच मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। यहां एक ही परिवार के पांच सदस्यों को जादू-टोना के आरोप में जिंदा जला दिया गया। पप्पू यादव ने कहा कि मैं शुरू से कह रहा हूं कि गरीब लोग इस तरह की घटना को अंजाम नहीं दे सकते। बाहर एक ओझा था, वे सब उसके पास गए। उस ओझा ने कहा कि आपके गांव में एक डायन है जिसने आपके बच्चे को कुछ कर दिया है, और इसी अंधविश्वास के कारण इतनी बड़ी घटना घटी।
इसे भी पढ़ें: उन्हें अपने माता-पिता के शासनकाल को देखना चाहिए, तेजस्वी यादव पर ललन सिंह का पलटवार
पप्पू यादव ने कहा कि आदिवासी समाज ऐसी प्रथाएं नहीं करता, यह बड़ी घटना सिर्फ अंधविश्वास के कारण हुई। हम अनुरोध करेंगे कि ऐसी सभी अंधविश्वासी चीजों को समाज से खत्म किया जाए। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए एक काला धब्बा है। हमारे सीएम बिना प्रार्थना के कोई काम नहीं करते और हमारे सांसद और विधायक पूरे दिन यज्ञ करते रहते हैं। वे उस एक ‘बाबा’ का नाम नहीं लेंगे, जो काला जादू कर रहा है।
बिहार के पूर्णिया जिले में जादू-टोना करने के संदेह में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की कथित तौर पर हत्या किए जाने के एक दिन बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। तेजस्वी ने बिहार में हाल-फिलहाल में हुई कई अन्य हत्याओं का भी जिक्र किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, पूर्णिया में एक ही परिवार के पांच लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया। डीके टैक्स के कारण बिहार में अराजकता चरम पर है। डीजीपी/मुख्य सचिव बेबस हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।
इसे भी पढ़ें: बिहार में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35% आरक्षण, युवा आयोग के गठन को भी मंजूरी
रविवार रात पूर्णिया जिले में जादू-टोना करने के संदेह में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की कथित तौर पर हत्या कर दी गई और उनके शवों को जला दिया गया। पुलिस ने सोमवार को बताया कि इस घटना के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तेजस्वी पिछले कुछ महीनों से डीके टैक्स के बारे में बोलते रहे हैं, लेकिन उन्होंने कभी यह स्पष्ट नहीं किया कि डीके कौन है या क्या है। राजद नेता ने कहा, परसों सिवान में तीन लोगों की नरसंहार में मौत। बीते दिनों बक्सर में नरसंहार में तीन की मौत। भोजपुर में नरसंहार में तीन की मौत। अपराधी सतर्क, मुख्यमंत्री अचेत। भ्रष्ट भूंजा पार्टी मस्त, पुलिस पस्त। डीके की मौज, क्योंकि डीके ही असल बॉस।