तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं सत्तारूढ़ द्रविड मुनेष कषगम (द्रमुक) अध्यक्ष एम के स्टालिन ने रविवार को प्रतिद्वंद्वी दल अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ नए सिरे से गठबंधन करने के लिए निशाना साधा और दावा किया कि पार्टी के सच्चे कार्यकर्ता गठबंधन से खुश नहीं हैं।
स्टालिन ने आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा ने तमिलनाडु को धोखा दिया और इसके बावजूद अन्नाद्रमुक प्रमुख के. पलानीस्वामी ने 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया और अब अपने राज्यव्यापी अभियान के दौरान झूठ फैला रहे हैं।
अपने पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की सातवीं पुण्यतिथि से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में स्टालिन ने द्रमुक कार्यकर्ताओं और समर्थकों से आग्रह किया कि वे दिवंगत नेता द्वारा प्रचारित तमिल और तमिलनाडु समर्थक मूल्यों को बनाए रखें और अगले वर्ष होने वाले चुनावों में पार्टी की सफलता के लिए कार्य करें, जिससे पार्टी को सातवीं बार सत्ता मिल सके।
उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा सत्ता में नहीं है या जहां उसके सत्ता में आने की कोई संभावना नहीं है, वहां भाजपा राज्यपालों के माध्यम से निर्वाचित सरकारों के खिलाफ खिलाफ षड्यंत्र कर रही है।
ऐसे मामलों में राज्य विधेयकों को राज्यपाल से मंजूरी दिलाने के मुद्दे पर द्रमुक सरकार ने कानूनी लड़ाई लड़ी और उस पर सफलता प्राप्त की।
स्टालिन ने कहा कि ऐसे समय में जब इन संघर्षों को और अधिक दृढ़ता के साथ आगे बढ़ाने की आवश्यकता है अन्नाद्रमुक ने उस भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया है जो राज्य के साथ विश्वासघात करती है।
स्टालिन ने आरोप लगाया, ‘‘ विपक्ष के नेता (पलानीस्वामी) जिनके कोई मूल सिद्धांत नहीं है दिल्ली तक गए, भाजपा के सामने घुटने टेके और गठबंधन बनाया। यहां तक कि अन्नाद्रमुक का सच्चा कार्यकर्ता भी इससे नाखुश है।