अमेरिका में भारतीय मूल के एक डॉक्टर को स्वास्थ्य सेवा फर्जीवाड़ा, इलेक्ट्रानिक्स संचार माध्यमों से धोखाधड़ी और नियंत्रित पदार्थों के अवैध वितरण की ‘साजिश रचने’ और धन शोधन से संबंधित अपराधों को लेकर 168 माह यानी 14 साल की कैद की सजा सुनाई गई है। अमेरिका के न्याय विभाग ने यह जानकारी दी।
न्याय विभाग ने एक बयान में कहा कि पेन्सिलवेनिया में बेन्सलेम के 48 वर्षीय डॉक्टर नील के. आनंद को 20 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक की क्षतिपूर्ति और 20 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक की जब्ती का भी आदेश दिया गया है।
आनंद को इस साल अप्रैल में मेडिकेयर, अमेरिकी कार्मिक प्रबंधन कार्यालय (ओपीएम), इंडिपेंडेंस ब्लू क्रॉस (आईबीसी) तथा अन्य में अनावश्यक दवाओं संबंधित दावे प्रस्तुत करने की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था।
न्याय विभाग के मंगलवार के बयान में कहा गया है कि ये दवाएं आनंद के स्वामित्व वाली विभिन्न फार्मेसी द्वारा मरीजों को दी जाती थीं।
बयान में कहा गया है, ‘‘कुल मिलाकर, मेडिकेयर, ओपीएम, आईबीसी और एंथम ने 24 लाख अमेरिकी डॉलर से ज़्यादा की प्रतिपूर्ति की। मरीजों को उत्पाद के साथ मिलने वाले तोहफे लेने के लिए लुभाने के लिए आनंद ने चिकित्सा पद्धति के सामान्य चलन से हटकर और बिना किसी जायज चिकित्सीय उद्देश्य के ऑक्सीकोडोन वितरित करने की भी साजिश रची।’’
बयान के मुताबिक षड्यंत्र के तहत बिना लाइसेंस वाले मेडिकल प्रशिक्षु ने आनंद द्वारा पूर्व-हस्ताक्षरित खाली पर्चियों पर नियंत्रित पदार्थों के लिए नुस्खे लिखे।
विभाग ने कहा कि योजना के तहत, आनंद ने नौ अलग-अलग मरीजों के लिए 20,850 ऑक्सीकोडोन गोलियां लिखीं, लेकिन जब उसे पता चला कि उसके खिलाफ जांच चल रही है, तो आनंद ने एक रिश्तेदार के नाम पर और एक नाबालिग रिश्तेदार के लाभ के लिए एक खाते में लगभग 12 लाख अमेरिकी डॉलर अंतरित करके धोखाधड़ी वाली आय को छुपा लिया।’’
ऑक्सीकोडोन भीषण दर्द उठने पर उसके शमन के लिए दी जाने वाली दवा है।