अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर हाल ही में टैरिफ बढ़ाए जाने के बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए 25 सितंबर से 25 दिसंबर, 2025 तक तीन महीने का ‘आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान’ शुरू करेगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा। यह 25 सितंबर को दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर शुरू होगा और 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर समाप्त होगा। इस अभियान के तहत “वोकल फॉर लोकल” को देशव्यापी रूप से बढ़ावा दिया जाएगा।
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भाजपा महासचिव अरुण सिंह को इस अभियान की पूरी ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। इस अभियान में सरकारी निकायों, स्थानीय स्वशासी संस्थाओं, उद्योग एवं व्यापार संगठनों, सामाजिक समूहों, सांस्कृतिक नेताओं, युवा एवं महिला संगठनों और प्रभावशाली व्यक्तियों की भागीदारी होगी। इस अभियान में व्यापार एवं उद्योग सम्मेलन, प्रभातफेरी, मशाल रैलियाँ, युवा मेले, किसान मार्च, आध्यात्मिक सभाएँ, महिला सभाएँ, एमएसएमई सम्मेलन, आउटरीच कार्यक्रम और संवाद सत्र सहित कई गतिविधियाँ शामिल होंगी। प्रत्येक जिले में 15-20 दिनों की ‘आत्मनिर्भर भारत संकल्प रथ यात्रा’ भी आयोजित की जाएगी। यह अभियान स्थानीय उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगा।
यह पहल अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले के बाद, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता पर नए सिरे से ज़ोर दिए जाने की पृष्ठभूमि में की गई है। इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में, प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भरता की पुरज़ोर वकालत की है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा स्वतंत्रता और महत्वपूर्ण खनिजों में आत्मनिर्भरता भारत के लिए आवश्यक है।
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उन्होंने कहा था कि जिस बात पर कल तक ज़्यादा ध्यान नहीं दिया जाता था, वह आज केंद्र में आ गई है। महत्वपूर्ण खनिजों में आत्मनिर्भरता हमारे लिए भी बहुत आवश्यक है। चाहे वह ऊर्जा क्षेत्र हो, उद्योग क्षेत्र हो, रक्षा क्षेत्र हो या कोई अन्य तकनीकी क्षेत्र हो, आज महत्वपूर्ण खनिज तकनीकी रूप से बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और इसलिए हमने राष्ट्रीय महत्वपूर्ण मिशन शुरू किया है। 1200 से ज़्यादा स्थानों पर अन्वेषण अभियान चल रहे हैं, और हम महत्वपूर्ण खनिजों में भी आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।