प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 750 करोड़ रुपये के ‘‘फर्जी’’ वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) चालान बनाने के मामले में झारखंड, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में फिर छापे मारे।
सूत्रों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत तीनों राज्यों में कम से कम एक 12 परिसरों पर छापेमारी की गई।
यह मामला झारखंड में मुखौटा कंपनियों और अवैध वित्तीय लेनदेन के माध्यम से 750 करोड़ रुपये के ‘‘फर्जी’’ इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) बनाने से जुड़ा है।
सूत्रों के अनुसार, इस मामले की जांच की शुरुआत इसके ‘‘मुख्य साजिशकर्ता’’ शिव कुमार देवड़ा की गिरफ्तारी से हुई। उसे मई 2025 में गिरफ्तार किया गया था और पिछले महीने उसके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया।
वर्तमान में की जा रही तलाशी ‘‘विश्वसनीय साक्ष्यों’’ के आधार पर की जा रही है, जो कई व्यक्तियों और कंपनियों की ‘‘अपराध से अर्जित आय’’ के धनशोधन में संलिप्तता को दर्शाती है।
इस मामले में ईडी ने पहली बार मई में तलाशी ली थी।