रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को दावा किया कि भारत-पाकिस्तान सीमा पार चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में “अच्छी-खासी संख्या” में पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया गया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई उस समय की गई जब पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की हत्या से पूरे देश में आक्रोश था।
दरभंगा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “हम पड़ोसी पाकिस्तानी को सबक सिखा चुके हैं क्योंकि उन्होंने हमारे नागरिकों को मारा था।”
 सिंह ने कहा कि आतंकवादियों ने कश्मीर के पर्यटन स्थल में धर्म पूछने के बाद निर्दोष नागरिकों की हत्या की थी।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि भारत ने संयम दिखाया।
 उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत “जात-धर्म आधारित राजनीति” में नहीं विश्वास करता। उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति न्याय और मानवता पर आधारित है। सिंह ने कहा कि भारत पूरे विश्व को एक परिवार मानता है और  वसुधैव कुटुम्बकम  के मंत्र में विश्वास करता है। उन्होंने कहा,  हमारे ऋषियों ने कभी नफरत नहीं सिखाई। 
सिंह ने यह भी याद दिलाया कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर किए, तो उन्होंने यह नहीं पूछा कि वह हिंदू हैं या मुस्लिम और यही इस देश की आत्मा है।
रक्षा मंत्री ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य स्पष्ट था- आतंकवादियों के शिविरों को निशाना बनाना जिन्होंने हमारे लोगों को मारा था। 
उन्होंने कहा कि भारत की शक्ति सिर्फ प्रहार करने में नहीं, बल्कि मानवता, न्याय व संयम से कार्रवाई करने में निहित है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की विश्व मंच पर भारत की प्रतिष्ठा बहाल करने की क्षमता की प्रशंसा की।
अप्रैल में पहलगाम की बैसरण घाटी में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें पर्यटन शामिल थे।
इसके जवाब में मई में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान एवं पाक-नियंत्रित कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाया था।


