दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को सिविल लाइंस स्थित अपने कैंप कार्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच पहली जन सुनवाई की। कुछ हफ़्ते पहले आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लेकर आयोजित कार्यक्रम के दौरान एक व्यक्ति ने उन पर हमला किया था। जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान एक व्यक्ति द्वारा उन पर किए गए हमले के एक पखवाड़े बाद मुख्यमंत्री यह जनसुनवाई कर रही हैं।
सुबह आठ बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से आए लोगों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराईं और मुख्यमंत्री से मदद मांगी।
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गुप्ता एक कुर्सी पर बैठी थीं, जबकि लोग एक-एक करके उनके सामने आकर अपने आवेदन जमा कर रहे थे और इस उद्देश्य के लिए लगाए गए माइक्रोफोन के माध्यम से उनसे बातचीत कर रहे थे।
मुख्यमंत्री के जनसुनवाई करने के दौरान महिला सुरक्षाकर्मियों सहित पुलिसकर्मियों ने उनके चारों ओर घेरा बनाया था।
किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, जिसमें मेटल डिटेक्टर से प्रतिभागियों की तलाशी लेना और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से कार्यवाही की निगरानी करना शामिल था।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर पिछले हफ़्ते एक जनसभा के दौरान हमला हुआ था, जिससे उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे थे। अधिकारियों के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब वह अपने आउटरीच कार्यक्रम के तहत नागरिकों से मिल रही थीं और एक व्यक्ति भीड़ में सेंध लगाकर उन्हें निशाना बनाने में कामयाब रहा। हालाँकि उन्हें मामूली चोटें आईं, लेकिन इस घटना के बाद मुख्यमंत्री के आसपास की ढीली सुरक्षा व्यवस्था की व्यापक आलोचना हुई।
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इसके बाद, दिल्ली पुलिस ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का फैसला किया। उनके आवास पर महिला अधिकारियों सहित अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।