Friday, March 21, 2025
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किसी मदद के लिए हमसे नहीं किया कोई संपर्क, हमास समर्थक भारतीय स्टूडेंट रंजनी श्रीनिवासन के सेल्फ डिपोर्टेशन पर आया भारत का बयान

भारत-कनाडा संबंधों पर विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत-कनाडा संबंधों में गिरावट का कारण देश में चरमपंथी और अलगाववादी तत्वों को दी गई छूट है। हमारी उम्मीद है कि हम आपसी विश्वास और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को फिर से बना सकेंगे। रंजनी श्रीनिवासन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि उन्होंने किसी मदद के लिए हमारे वाणिज्य दूतावास या हमारे दूतावास से संपर्क किया है। हमें उनके अमेरिका से चले जाने के बारे में केवल मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से पता चला है, और मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से ही हमें पता चला है कि वे कनाडा चली गई हैं।

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अमेरिकी यूनिवर्सिटी में हमास के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। लेकिन अब उसे अमेरिका छोड़कर उसे भागना पड़ा। अमेरिका को पसंद नहीं आया कि रंजनी श्रीनिवासर हमास के समर्थन में नारेबाजी कर रही है। ऐसे में अमेरिका ने एक्शन लेते हुए पांच मार्च को रंजनी श्रीनिवासन का वीजा रद्द कर दिया। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग ने बताया कि कोलंबिया विश्वविद्यालय में डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रही रंजनी श्रिनिवासन ने सीबीपी होम एप का इस्तेमाल करते हुए खुद को सेल्फ डिपोर्ट कर लिया। यानी धक्के दिए जाने से पहले ही रंजनी श्रिनिवासन ने खुद ही अमेरिका छोड़ दिया। 

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भारतीय नागरिक और कोलंबिया विश्वविद्यालय में फुलब्राइट स्कॉलर रंजनी श्रीनिवासन ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा फिलिस्तीन समर्थक छात्र प्रदर्शनकारियों पर कथित कार्रवाई के मद्देनजर अमेरिका से अचानक प्रस्थान करने के बाद एक बयान में कहा कि उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपने अधिकार का प्रयोग करने के लिए निशाना बनाया जा रहा है। मेरा वीज़ा रद्द होने और छात्र का दर्जा खोने से मेरा जीवन और भविष्य उलट गया है – किसी गलत काम की वजह से नहीं, बल्कि इसलिए क्योंकि मैंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपने अधिकार का प्रयोग किया था।
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