कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की अपनी पार्टी की मांग को एक बार फिर दोहराया है।
पत्रकारों से बात करते हुए खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार को पाकिस्तान से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने इन घटनाओं पर विचार-विमर्श करने के लिए अपनी संसद का सत्र बुलाया है, और भारत को भी इस मामले में वैसी ही गंभीरता दिखानी चाहिए।
खड़गे ने इस बात पर ज़ोर दिया कि पूरा देश सशस्त्र बलों के साथ मज़बूती से खड़ा है और उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर एकजुटता का आह्वान किया। उन्होंने सभी राजनीतिक नेताओं से संयम बरतने और सैन्य कार्रवाई का राजनीतिकरण करने से बचने का आग्रह भी किया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘हमें पता होना चाहिए कि कब क्या बोलना है। राष्ट्रीय मामलों में एकता होनी चाहिए और अपने विरोधियों को हराने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। देश भर के सभी नेताओं को राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में चुप रहना चाहिए। इस बारे में बोलने से पहले यह समझना बेहतर है कि क्या हुआ है। प्रतिनिधिमंडल की रिपोर्ट आने से पहले कोई चुनाव प्रचार नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी को चुनावी भाषण देने से बचना चाहिए। आत्म-प्रशंसा की कोई जरूरत नहीं है। पूरा देश हमारे सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है।’
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उन्होंने सैन्य अभियान पर प्रधानमंत्री की सार्वजनिक टिप्पणियों पर भी सवाल उठाया और कहा कि प्रधानमंत्री ने पहले कहा था कि उन्होंने सशस्त्र बलों को पूरा अधिकार दिया है। खड़गे ने कहा, ‘वह अब फिर से क्यों बोल रहे हैं? प्रधानमंत्री को आत्म-प्रशंसा वाले भाषण नहीं देने चाहिए। हमने कहा है, आइए संसद बुलाएं और बातचीत करें। यहां तक कि पाकिस्तान ने भी अपनी संसद बुलाई है और चर्चा कर रहा है। हममें से कोई भी देश के खिलाफ नहीं बोलेगा।’