संयुक्त राज्य अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा सभी अवैध प्रवासियों को उनके संबंधित देशों में वापस भेजने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बमुश्किल एक हफ्ते बाद, उनके रिश्तेदारों को भारत वापस भेजे जाने के बाद कई परिवारों को वित्तीय अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ रहा है। क्रमशः पंजाब और हरियाणा के रहने वाले आकाशदीप सिंह और आकाश उन 104 अवैध भारतीय प्रवासियों में से थे, जो अमेरिका से निर्वासित होने के बाद 5 फरवरी को अमृतसर पहुंचे थे। आकाशदीप के पिता ने दावा किया कि उन्होंने अपने बेटे के उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए 60 लाख रुपये से अधिक खर्च किए हैं। भारत-पाकिस्तान सीमा के पास एक गांव राजाताल के रहने वाले आकाशदीप को 23 जनवरी को अमेरिकी अधिकारियों ने पकड़ा था।
अमेरिका से भेजे गए अवैध प्रवासी इन 6 राज्यों से हैं
राज्य | प्रवासी यात्री |
हरियाणा | 33 |
गुजरात | 33 |
पंजाब | 30 |
महाराष्ट्र | 03 |
यूपी | 03 |
चंडीगढ़ | 02 |
क्या इन अवैध प्रवासियों पर यहां कोई केस होगा?
पुलिस जांच करेगी कि ये अवैध प्रवासी अमेरिका में कैसे पहुंचे। इनमें कुछ ऐसे हो सकते हैं जो टूरिस्ट वीसा लेकर अमेरिका गए और अवैध रूप से वहीं रहने लगे। इन पर भारत में कोई केस नहीं होगा, क्योंकि उन्होंने अपराध अमेरिका की जमीन पर किया है, भारत की जमीन पर नहीं। पुलिस यह भी जांच करेगी कि क्या ये भारत में कोई अपराध करके अमेरिका भागे थे या फिर किसी मानव तस्करी गिरोह की मदद से अमेरिका पहुंचे थे। ऐसे मामलों में उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अमेरिका से डिपोर्ट हुए हरियाणा के 33 लोगों के नाम आए सामने
निशांत (19), आदित्य (20), अभिषेक (21), साहिल (19), विकास कुमार (33), जितेश वालिया (31), रॉबिन होंडा (27), खुशप्रीत सिंह (18), मनदीप (19), जगतार सिंह (38), रोहित शर्मा (23), पेरिस (20), गगनप्रीत सिंह (24), जगतार सिंह (40), शिवम (18), तमन्ना नेने (25), सुभम सैनी (30), अनुज (22), योगेश आर्य (21), अमन कुमार (36), अजय (21), अजय (21), अंकित (25), अक्षय (20), अक्ष (20), जीतीन (15), ओमी (45), काजल केनवाल, परमजीत सिंह (46), साहिब सिंह (41), मनिंदर कौर (37), सुमित सिंह (22), मनोज (33)।