मुंबई – बॉलीवुड गीतकार जावेद अख्तर और अभिनेत्री कंगना रनौत के बीच चल रहे मानहानि मामले में समझौता करने के लिए मध्यस्थ के साथ बैठक में शामिल नहीं होने पर अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी करने से पहले कंगना को एक आखिरी मौका दिया है।
भाजपा सांसद और अभिनेत्री ने अपने वकील के माध्यम से बांद्रा अदालत को सूचित किया कि वह संसद में होने के कारण उपस्थित नहीं हो सकतीं।
अख्तर के वकील ने एक आवेदन दायर कर रनौत को उपस्थित रखने के लिए उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने की मांग की थी। अख्तर के वकील ने अदालत को बताया कि रनौत 40 दिनों से अनुपस्थित हैं। अदालत ने रनौत के वकील से जवाब दाखिल करने को कहा, जिस पर वकील ने वारंट जारी करने का विरोध किया। हालांकि, मजिस्ट्रेट ने वारंट जारी करने से पहले रनौत को एक आखिरी मौका देने का फैसला किया।
मार्च 2016 में अख्तर के घर पर हुई एक बैठक को लेकर दोनों के बीच कानूनी लड़ाई हुई थी। रनौत और अभिनेता ऋतिक रोशन के बीच ईमेल आदान-प्रदान की खबरें सामने आईं, जिससे सार्वजनिक आक्रोश फैल गया। रोशन के करीबी होने के कारण अख्तर ने रनौत के साथ बैठक की और कथित तौर पर रनौत से रोशन से माफी मांगने को कहा।
उस समय रनौत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी, लेकिन 2020 में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के बाद रनौत ने एक टीवी साक्षात्कार में अख्तर के साथ मुलाकात के बारे में टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी को अपमानजनक बताते हुए रनौत के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।