Monday, October 6, 2025
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क्या पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को रोकने का क्रेडिट डोनाल्ड ट्रंप को जाता है? अमेरिकी सांसद ने अमेरिकी राष्ट्रपति को आईना दिखाया!

भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति बनीं हुई थी ऐसे में तीन से चार दिन तक चले ताबड़तोड़ हमले के बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर का ऐलान कर दिया गया। सीजफायर का ऐलान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से किया। इसके बाद पूरे विश्व में शुरूआत में ये संदेश फैल गया कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर ट्रंप मे कराया था। इसके बाद भारत सरकार ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान और भारत के बीच सीजफायर दोनों देशों द्वारा लिया गया स्वंम का निर्णय था। पर डोनाल्ड ट्रंप कभी भी कोई क्रेडिट लेने से नहीं चूकते हैं। ऐसे में अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य श्री थानेदार ने सोमवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की, क्योंकि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने का श्रेय लिया है। थानेदार ने ट्रंप पर राजनीतिक लाभ के लिए स्थिति का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। मुंबई मराठी पत्रकार संघ में एक चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान अमेरिकी हस्तक्षेप के बिना स्वतंत्र रूप से अपने मुद्दों को हल करने में सक्षम हैं।

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अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने का श्रेय लेने का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास कोई आधार नहीं है। अमेरिकी सांसद ने साथ ही ट्रंप पर इस परिस्थिति से राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
यहां मुंबई मराठी पत्रकार संघ में एक कार्यक्रम में श्री थानेदार ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद भारत का ऑपरेशन सिंदूर शुरू करके जवाब देना स्वाभाविक था और अमेरिका ने निश्चित रूप से नयी दिल्ली की स्थिति को स्वीकार किया।

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उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान अपने मुद्दों को सुलझाने में सक्षम हैं, न तो भारत और न ही पाकिस्तान ने अमेरिका को मध्यस्थता के लिए आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि ट्रंप द्वारा की गई घोषणा का कोई आधार था। वह केवल इससे लाभ उठाना चाहते थे, इसलिए उन्होंने यह घोषणा की।’’
थानेदार ने कहा, ‘‘अमेरिका की इसमें (संघर्ष को रोकने में) कोई भूमिका नहीं थी। भारत ने भी ऐसी किसी बात से इनकार किया है। ट्रंप का इसका श्रेय लेने का कोई आधार नहीं है।

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