खर्राटे लेना क्यों हो सकता है नुकसानदायक?
खर्राटे लेना आज के समय में एक आम समस्या बन चुकी है। कई लोग रात में सोते समय खर्राटे लेते हैं, लेकिन जब ये बहुत तेज होते हैं, तो आसपास के लोगों की नींद में खलल डाल सकते हैं। हालांकि, यह सिर्फ एक असुविधा नहीं है, बल्कि यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। लगातार तेज खर्राटे लेने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और यह सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता है।
कुछ लोगों के लिए यह एक क्रोनिक समस्या बन जाती है। अगर रोजाना खर्राटे आते हैं, तो यह शरीर के लिए अनहेल्दी हो सकता है। इसके अलावा, यह आपके पार्टनर के लिए भी परेशानी का कारण बन सकता है, जिससे उनके नींद की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है।
खर्राटे आने की मुख्य वजहें
खर्राटे मुख्य रूप से सोते समय गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव पड़ने के कारण होते हैं। जब नाक या गले में रुकावट आती है, तो सांस लेने में कठिनाई होती है, जिससे खर्राटे उत्पन्न होते हैं। कुछ कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- नाक के रास्ते में रुकावट या बंद नाक की समस्या।
- उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियों का ढीला पड़ना।
- अधिक वजन और फिजिकल एक्टिविटी की कमी।
- सोने की गलत पोजीशन, विशेष रूप से पीठ के बल सोना।
- एलर्जी या अन्य सांस से जुड़ी समस्याएं।
खर्राटे और स्वास्थ्य जोखिम
दिल्ली-एनसीआर के प्रसिद्ध चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. शरद जोशी के अनुसार, खर्राटे कई बार पैथोलॉजिकल हो सकते हैं। इसका मतलब यह है कि खर्राटों के दौरान ऑक्सीजन स्तर में कमी आ सकती है, जिससे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होते हैं। इससे ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिससे डायबिटीज और हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
अगर खर्राटे बहुत तेज़ और लगातार आते हैं, तो यह स्लीप एप्निया का संकेत हो सकता है, जो एक गंभीर नींद विकार है। इसे नज़रअंदाज़ करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
खर्राटे कम करने के आसान उपाय
सोने की पोजीशन बदलें – पीठ के बल सोने से बचें, क्योंकि इससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। कोशिश करें कि आप करवट लेकर सोएं।
रूम में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें – इससे हवा में नमी बनी रहती है और नाक बंद होने की समस्या कम होती है।
स्मोकिंग और शराब से बचें – ये आदतें खर्राटे को बढ़ा सकती हैं, इसलिए इनका सेवन सीमित करें।
वजन को नियंत्रित रखें – अधिक वजन खर्राटों की समस्या को बढ़ा सकता है, इसलिए हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
एक्सपर्ट की सलाह लें – अगर समस्या ज्यादा गंभीर हो रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करें और उचित ट्रीटमेंट लें।