एचएमपीवी और एच5एन1 के बाद, देश एक नई स्वास्थ्य आपदा का सामना कर रहा है। महाराष्ट्र में गिलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि पुणे में इस बीमारी के मामलों की संख्या 100 से अधिक हो गई है। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो खासतौर पर मांसाहारियों के लिए चिंता का विषय बन रही है।
मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोध के अनुसार, अधपके (अंडरकुक्ड) चिकन में पाया जाने वाला एक सामान्य जीवाणु गिलियन बैरे सिंड्रोम का कारण बन सकता है। इस बीमारी से प्रभावित व्यक्ति के नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है, जिससे शरीर में कमजोरी, सुन्नपन और गंभीर मामलों में पैरालिसिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आइए समझते हैं कि यह बीमारी स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है और अधपका चिकन कैसे इसका प्रमुख कारण बन सकता है।