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खाना बनाने के तरीके हर किसी के अलग होते हैं। भले ही विधि समान हो, लेकिन स्वाद हमेशा अलग होता है। जब हम सब्जी की ग्रेवी की बात करते हैं, तो इसे तैयार करने के विभिन्न तरीके होते हैं। कुछ लोग प्याज और टमाटर को पीसकर ग्रेवी बनाते हैं, जबकि कुछ इन्हें बारीक काटकर उपयोग करते हैं। हालांकि, कई सामग्रियां समान होती हैं, जिनमें से एक है दही। दही का उपयोग ग्रेवी में करने के फायदे और सही तरीके को जानना जरूरी है।
ग्रेवी में दही मिलाने के फायदे
- क्रीमीनेस और स्वाद: भारतीय खाना पकाने में दही का इस्तेमाल ग्रेवी की क्रीमीनेस बढ़ाने और इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह ग्रेवी को और अधिक लाजवाब बनाता है।
- खट्टापन: दही ग्रेवी में थोड़ा खट्टा स्वाद भी जोड़ सकता है, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।
- मसालों की गर्मी कम करना: अगर ग्रेवी में मसाले बहुत तीखे हैं, तो दही का उपयोग उनकी गर्मी को संतुलित करने में मदद कर सकता है।
कब डालना चाहिए दही
दही डालने का सही समय चुनना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर इसे सही समय पर नहीं मिलाया गया, तो दही फट सकता है और ग्रेवी का स्वाद बिगड़ सकता है। दही डालने का सबसे अच्छा समय तब होता है जब ग्रेवी में प्याज और टमाटर अच्छे से पककर गल जाएं। कुछ सब्जियों में, जैसे पूड़ी के साथ बने आलू टमाटर की सब्जी में, इसे अंत में मिलाना बेहतर होता है।
कैसे डालना चाहिए दही
जब आप सब्जी में दही मिलाने जा रहे हों, तो गैस बंद कर दें या धीमी आंच पर रखें। दही डालते समय ग्रेवी उबलती हुई नहीं होनी चाहिए, बल्कि धीमी आंच पर होनी चाहिए। जैसे ही आप ग्रेवी में दही डालें, इसे तब तक मिलाते रहें जब तक दही अच्छी तरह मिक्स न हो जाए।
इन टिप्स को अपनाकर आप अपनी सब्जी की ग्रेवी को और भी स्वादिष्ट बना सकते हैं!