हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने राज्य बीजेपी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी होने को लेकर अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं बेंगलुरु से लौटा हूं। मैं सबसे पहले घर जाऊंगा, ‘ठंडे पानी से नहाऊंगा, रोटी खाऊंगा, बैठ कर मैं जवाब लिखूंगा… और इसे हाईकमान को भेजूंगा। आपको बता दें कि हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडोली द्वारा भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि विज के बयान सार्वजनिक रूप से उस समय दिए गए थे जब पार्टी पड़ोसी राज्य में सक्रिय रूप से चुनाव अभियान में लगी हुई थी।
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नोटिस में कहा गया है कि विज के बयानों से संभावित रूप से पार्टी की छवि और एकता को नुकसान पहुंचा है। पार्टी ने ऐसी टिप्पणियों को अस्वीकार्य बताते हुए विज से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। पिछले महीने विज ने शनिवार को कहा था कि मोहन लाल बडोली को निर्दोष पाए जाने तक पार्टी की “पवित्रता” बनाए रखने के लिए राज्य भाजपा प्रमुख के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उनका यह बयान बदोली पर सामूहिक बलात्कार के मामले में मामला दर्ज होने के बाद आया है। बडोली और गायक रॉकी मित्तल पर एक महिला द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद मामला दर्ज किया गया था कि हिमाचल प्रदेश के कसौली के एक होटल में उनके साथ बलात्कार किया गया था। पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
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31 जनवरी को अंबाला में बोलते हुए, विज ने चुनाव में कथित तौर पर उनके खिलाफ काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की कमी पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मुझे हराने की कोशिश करने वालों के खिलाफ मैंने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी – चाहे वे अधिकारी हों, कर्मचारी हों या छोटे नेता हों। 100 दिन हो गए, अभी तक न तो मुझसे इस बारे में पूछा गया और न ही कोई कार्रवाई की गई। मुझे संदेह है कि मुझे हराने की इस साजिश के पीछे कोई बड़ा व्यक्ति था।” विज ने सीएम सैनी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, “मुख्यमंत्री बनने के बाद से वह लगातार ‘उड़नखटोला’ कर रहे हैं…उन्हें नीचे आकर जनता की तरफ देखना चाहिए। यह सिर्फ मेरी आवाज नहीं है, यह सभी विधायकों और मंत्रियों की आवाज है।”