कांग्रेस सहित कम से कम आठ राजनीतिक दलों ने ओडिशा के एक छात्र की आत्मदाह के कारण हुई मौत पर ‘ओडिशा बंद’ का आह्वान किया है। यह घटनाक्रम कांग्रेस और बीजू जनता दल (बीजद) कार्यकर्ताओं द्वारा भुवनेश्वर में एम्स के बाहर विरोध प्रदर्शन के कुछ घंटों बाद हुआ, जहां छात्रा का शनिवार, 12 जुलाई से इलाज चल रहा था। बालासोर के फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की 20 वर्षीय छात्रा ने पिछले हफ़्ते खुद को आग लगा ली थी। छात्रा का आरोप था कि उसके कॉलेज के एक प्रोफ़ेसर द्वारा कथित यौन उत्पीड़न के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। 95 प्रतिशत तक जलने के कुछ दिनों बाद, सोमवार देर रात छात्रा को मृत घोषित कर दिया गया।
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भुवनेश्वर स्थित एम्स के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए, पार्टियों ने राज्य सरकार पर मामले को छुपाने का आरोप लगाया और उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज को बर्खास्त करने की मांग की। बीजद नेता सुलता देव ने कहा, “पोस्टमॉर्टम रात में क्यों किया गया? शव रात में इसलिए लाया गया ताकि किसी को पता न चले।” उन्होंने यह भी बताया कि बीजद नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर इस मामले में हस्तक्षेप की माँग की।
बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक बालासोर के छात्र की मौत पर बेहद दुखी और मर्माहत हैं, उन्होंने ओडिशा के राज्यपाल से कॉलेज प्रशासन और सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है, जो छात्र की याचिकाओं पर कार्रवाई करने में विफल रहे। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आत्मदाह करने वाली छात्रा के परिवार के लिए 20 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की मंगलवार को घोषणा की। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, माझी ने संबंधित अधिकारियों को घटना की उचित जांच करने का निर्देश दिया ताकि सभी दोषियों को कानून के अनुसार सजा दिलाई किया जा सके। राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति ने भी छात्रा की मौत पर दुख व्यक्त किया।
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उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय की एक छात्रा की असामयिक मृत्यु की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। उसकी मृत्यु सिर्फ एक अकस्मात् घटना नहीं है-यह हमारे परिसरों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की सख्त जरूरत का एक साफ संकेत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कानून के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। ईश्वर उन्हें इस असहनीय पीड़ा की घड़ी में शक्ति प्रदान करे।’’