चीन ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 10% टैरिफ़ धमकी का कड़ा विरोध किया और कहा कि इसका इस्तेमाल दूसरे देशों पर दबाव बनाने के लिए एक उपकरण के रूप में किया जा रहा है। चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से यह ताज़ा बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विकासशील देशों के ब्रिक्स समूह के साथ गठबंधन करने वाले देशों पर अतिरिक्त 10% टैरिफ़ लगाने की धमकी के बाद आया है।
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चीन ने ट्रंप की धमकियों पर कड़ा विरोध जताया
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि टैरिफ के इस्तेमाल से किसी को कोई फायदा नहीं है। इससे पहले दिन में ट्रंप ने ब्रिक्स समूह की अमेरिका विरोधी नीतियों से जुड़े देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी थी।
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10% टैरिफ पर ट्रम्प ने क्या कहा
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि कोई भी देश जो ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों से जुड़ता है, उस पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। इस नीति में कोई अपवाद नहीं होगा। इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद! उनकी यह टिप्पणी ब्रिक्स ब्लॉक द्वारा ट्रम्प का नाम लिए बिना टैरिफ़ में वृद्धि की निंदा करने के बाद आई है। ब्रिक्स के नेता 6-7 जुलाई को 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए ब्राज़ील में मिल रहे हैं। मूल रूप से ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ़्रीका से बना ब्रिक्स 2024 में मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल करने के लिए विस्तारित हुआ, जिसमें 2025 में इंडोनेशिया भी शामिल हो गया। ट्रम्प ने एक अलग पोस्ट में यह भी कहा कि अमेरिका सोमवार से विभिन्न देशों को टैरिफ और सौदों पर पत्र भेजेगा।