डायबिटीज यानी शुगर की बीमारी आज के समय में एक आम समस्या बन गई है। खराब जीवनशैली, असंतुलित खानपान और बढ़ता तनाव इसके प्रमुख कारणों में शामिल हैं। कई लोग दवाइयों और परहेज के बावजूद अपने शुगर लेवल को नियंत्रित नहीं कर पाते। इस समस्या से निपटने के लिए सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने कुछ प्राकृतिक और प्रभावी उपाय बताए हैं, जिन्हें अपनाकर डायबिटीज को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
1. प्रकृति के संपर्क में रहें
सद्गुरु के अनुसार मिट्टी से संपर्क बनाए रखना शरीर और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। डायबिटीज के मरीजों को दिन में कुछ समय नंगे पैर मिट्टी पर चलना चाहिए या गार्डेनिंग जैसी गतिविधियों में शामिल होना चाहिए। महीने में एक बार पूरे शरीर पर मिट्टी का लेप लगाना और फिर स्नान करना भी लाभदायक माना जाता है। यह शरीर की स्थिरता और ऊर्जा को संतुलित करने में मदद करता है।
2. योग को दिनचर्या में शामिल करें
योग और शारीरिक गतिविधियां डायबिटीज को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सद्गुरु के अनुसार, आयुर्वेद में डायबिटीज को शरीर की अस्थिरता से जोड़ा जाता है। कुछ योग मुद्राएं और शांभवी महामुद्रा जैसे अभ्यास शरीर की स्थिरता को बढ़ाकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं।
3. आयुर्वेद का सहारा लें
आयुर्वेद में डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए कई प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं। सद्गुरु के अनुसार, अपने खानपान पर ध्यान देने और नियमित व्यायाम करने के साथ-साथ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन करना भी लाभदायक हो सकता है। मेथी दाना, करेला, आंवला, जामुन के बीज, नीम और अलसी के बीज जैसे तत्व ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इनका उपयोग करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेना उचित रहेगा।
4. मोटे अनाजों को डाइट में शामिल करें
सद्गुरु के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट में मिलेट यानी मोटे अनाजों को प्राथमिकता देनी चाहिए। रागी, बाजरा, कुटकी जैसे अनाज पचने में अधिक समय लेते हैं, जिससे ब्लड शुगर का स्तर तेजी से नहीं बढ़ता। इन्हें नियमित रूप से खाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी मिलते हैं और डायबिटीज को नियंत्रण में रखने में सहायता मिलती है।