अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि अमेरिका युद्धग्रस्त फिलिस्तीनी क्षेत्र गाजा पट्टी पर कब्जा करेगा और तब तक वहां मौजूद रहेगा जब तक कि फिलिस्तीनी नागरिकों का पुनर्वास नहीं हो जाता। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका गाजा का पुनर्निर्माण करेगा और इसे अपने अधिकार क्षेत्र में लेगा। यह बयान ट्रंप ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिया।
नेतन्याहू ने बताया ऐतिहासिक कदम
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप के इस बयान को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि अमेरिकी नेतृत्व गाजा के लिए एक नई दिशा की कल्पना कर रहा है। नेतन्याहू के अनुसार, यह कदम मध्य पूर्व की भू-राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है और वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन सकता है।
गाजा में युद्ध की तबाही और अमेरिकी भूमिका
इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के बीच अक्टूबर 2023 से जारी संघर्ष के कारण गाजा पट्टी पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। हाल ही में युद्धविराम लागू हुआ, लेकिन इजरायली हमलों ने क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया, जिससे लाखों लोग बेघर हो गए हैं। इस स्थिति को देखते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका गाजा में स्थायी शांति और पुनर्निर्माण की दिशा में कदम उठाएगा।
ट्रंप का बयान: गाजा का पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास
ट्रंप ने कहा, “हम गाजा पर नियंत्रण लेंगे और वहां मौजूद खतरनाक विस्फोटकों और हथियारों को नष्ट करने की जिम्मेदारी लेंगे।” उन्होंने आगे जोड़ा, “हम नष्ट हो चुकी इमारतों को फिर से बनाएंगे और एक व्यापक आर्थिक विकास योजना तैयार करेंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और आवास की सुविधा मिलेगी।”
क्या अमेरिका तैनात करेगा सैनिक?
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या अमेरिका गाजा में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सैनिकों की तैनाती करेगा, तो उन्होंने कहा, “अगर जरूरत पड़ी, तो हम ऐसा करेंगे। हम इस क्षेत्र को सुरक्षित और विकसित करेंगे। हजारों नौकरियां पैदा करेंगे और यह पूरे मध्य पूर्व के लिए गर्व की बात होगी।”
ट्रंप की संभावित यात्रा और भविष्य की रणनीति
ट्रंप ने यह भी घोषणा की कि वह गाजा, इजरायल और सऊदी अरब की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, हालांकि उन्होंने तारीखों का खुलासा नहीं किया। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ट्रंप की सोच को एक नई दिशा करार दिया, लेकिन ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया कि अमेरिका गाजा पर किस अधिकार से कब्जा करेगा और इसे कितने समय तक अपने नियंत्रण में रखेगा।
ट्रंप के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है, और यह देखना बाकी है कि अमेरिका की यह नीति भविष्य में किस तरह लागू की जाएगी।