दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। चुनाव में महज कुछ दिन बाकी हैं, और इसी बीच पार्टी के कम से कम 7 मौजूदा विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। इन सभी नेताओं ने AAP पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और कहा कि पार्टी अपनी मूल विचारधारा से भटक गई है।
दिल्ली की सियासत में यह बड़ा घटनाक्रम इसलिए भी अहम है क्योंकि ये सभी विधायक वे हैं, जिन्हें AAP ने इस बार टिकट नहीं दिया था। इस्तीफा देने वाले नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपने त्याग पत्र साझा किए और पार्टी नेतृत्व की आलोचना की।
कौन-कौन से विधायकों ने दिया इस्तीफा?
इस्तीफा देने वाले विधायकों में ये नाम शामिल हैं:
- मदन लाल (कस्तूरबा नगर)
- भावना गौड़ (पालम)
- नरेश यादव (महरौली)
- रोहित महरौलिया (त्रिलोकपुरी)
- पवन शर्मा (आदर्श नगर)
AAP के मौजूदा विधायकों का कहना है कि पार्टी में भ्रष्टाचार बढ़ गया है और ईमानदार नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है।
टिकट कटने से नाराज विधायक, पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप
पालम विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी ने इस बार भावना गौड़ की जगह जोगिंदर सोलंकी को टिकट दिया, जिससे नाराज होकर भावना ने इस्तीफा दे दिया।
इसी तरह, महरौली सीट पर नरेश यादव की जगह महेंद्र चौधरी को टिकट दिया गया। यादव ने इस्तीफा देते हुए कहा कि AAP अब वह पार्टी नहीं रही, जिसकी स्थापना जनहित के लिए की गई थी।
‘AAP में भ्रष्टाचार बढ़ा, ईमानदार नेताओं को बाहर किया जा रहा’
नरेश यादव ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में कहा:
“मैंने पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ पार्टी के लिए काम किया, लेकिन अब पार्टी अपनी विचारधारा से भटक गई है।”
“जो लोग ईमानदारी से काम करना चाहते हैं, उन्हें बाहर किया जा रहा है, जबकि भ्रष्ट नेताओं को बढ़ावा दिया जा रहा है।”
“AAP अब जनसेवा की पार्टी नहीं रही, बल्कि स्वार्थ और सियासी फायदे की पार्टी बन चुकी है।”
यादव ने आगे लिखा कि वह अब पार्टी का हिस्सा नहीं रहना चाहते और तत्काल प्रभाव से अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
दिल्ली चुनाव की तैयारी और आगे की रणनीति
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी।
चुनाव से ठीक पहले AAP में हुई इस बगावत से पार्टी की रणनीति पर असर पड़ सकता है। पार्टी अब इस झटके से कैसे उबरती है और जनता को क्या संदेश देती है, यह देखना दिलचस्प होगा।