मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में बुधवार को ‘सेवा पखवाड़ा’ के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में मजदूर के रूप में काम करने वाली महिलाओं के बच्चों के लिए 500 पालना घर (क्रेच) शुरू करेगी।
सिविल लाइंस स्थित वीआर मेट्रोपालिटन निर्माण स्थल पर मंगलवार को श्रम विभाग द्वारा आयोजित विश्वकर्मा पूजा में भाग लेते हुए गुप्ता ने देश के विकास में श्रमिकों के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी भी राज्य का विकास श्रमिकों की कड़ी मेहनत के बिना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि छह महीने पहले दिल्ली में सत्ता में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना और आरोग्य मंदिर क्लीनिक जैसे विभिन्न कल्याणकारी उपाय शुरू किए, जिनसे गरीबों को लाभ मिलेगा।
गुप्ता ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर ‘पालना’ नाम से 500 शिशु गृह शुरू करने जा रहे हैं और महिला श्रमिकों के काम में जाने के दौरान उनके बच्चों की देखभाल इन पालना घरों में की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि शिशुगृह बच्चों को उचित पोषण और देखभाल प्रदान करेंगे तथा यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनकी माताओं की आजीविका सुरक्षित रहे।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस के शासनकाल से लेकर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार रहने के दौरान पिछले 27 वर्षों में राजधानी में मजदूरों या गरीबों के लिए कोई भी ठोस कल्याणकारी योजना लागू नहीं की गई।
उन्होंने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने पूरी दिल्ली में न्यूनतम मजदूरी प्रणाली का एकसमान कार्यान्वयन सुनिश्चित किया है और इसके लिए चाहे कोई कर्मचारी सरकारी या निजी संस्थान में कार्यरत हो सभी को लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि अब किसी भी श्रमिक को कम वेतन नहीं दिया जाएगा।
दिल्ली के श्रम मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि ‘विकसित भारत’ और ‘विकसित दिल्ली’ का सपना केवल मजदूरों की कड़ी मेहनत से ही पूरा किया जा सकता है।