Saturday, October 4, 2025
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‘दुनिया ने देख लिया जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है’, बीकानेर में PM Modi ने भरी हुंकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बीकानेर में एक रैली के दौरान पाकिस्तान पर तीखा हमला किया और कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारत ने महज 22 मिनट के भीतर पाकिस्तान के नौ बड़े एयरबेस नष्ट कर दिए। उन्होंने कहा कि जब ‘सिंदूर बारूद बन जाता है’ तो पूरी दुनिया ने देखा और दुश्मनों ने भी इसका नतीजा देखा। पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने हमारी बहनों का धर्म पहचान कर उनके सिंदूर को मिटा दिया। हमला पहलगाम में हुआ, लेकिन गोलियों ने 1.4 अरब भारतीयों के दिलों को छलनी कर दिया। 
 

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मोदी ने कहा कि एक स्वर में एकजुट होकर, हर भारतीय ने आतंकवाद को खत्म करने और कल्पना से परे सजा सुनिश्चित करने का संकल्प लिया। यह भारतीय सशस्त्र बलों के साहस के कारण है कि हम आज मजबूत हैं। हमारी सरकार ने तीनों सेवाओं को खुली छूट दी और साथ में, तीनों सेवाओं ने इतनी प्रभावशाली रणनीति बनाई कि इसने पाकिस्तान को झुकने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश के हर नागरिक ने कसम खाई थी कि वो आतंकियों को मार गिराएंगे। उन्होंने कहा, “आज आपके आशीर्वाद से हम सब सेना की बहादुरी पर खरे उतरे हैं और हमारी सरकार ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी है और तीनों सेनाएं एक साथ मिलकर ऐसा कुचक्र रच रही हैं कि पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने बीकानेर रैली में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, “जब सिंदूर विस्फोटक बन जाता है, तो परिणाम सबके सामने आता है।” मोदी ने कहा क यह शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं, यह न्याय का नया स्वरूप है, यह ऑपरेशन सिंदूर है। यह सिर्फ आक्रोश नहीं है, यह समर्थ भारत का रौद्र रूप है, यह भारत का नया स्वरूप है। पहले घर में घुसकर किया था वार, अब सीधा सीने पर किया प्रहार है। 
 

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मोदी ने कहा कि एयरस्ट्राइक के बाद मैं चुरू में आया था और मैंने कहा था- ‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झूकने दूंगा’। आज मैं राजस्थान की धरती से देशवासियों से कहना चाहता हूं- ‘जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया है। जो हिंदूस्तान का लहू बहाते थे आज कतरे-कतरे का हिसाब चुकाया है, जो सोचते थे भारत चुप रहेगा आज वह घरों में दुबके पड़े हैं। जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे, आज वह मलबे के ढेर में दबे हुए हैं’। 
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