शिवसेना (यूबीटी) ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सम्मानित करने के लिए अपने सहयोगी और राकांपा (सपा) अध्यक्ष शरद पवार पर कड़ी अस्वीकृति व्यक्त की। सेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को सम्मानित करने के लिए शरद पवार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मैं उनकी (शरद पवार) उम्र, वरिष्ठता और सिद्धांतों के बारे में बात नहीं करूंगा। हमारा सिद्धांत है कि हम ऐसे व्यक्ति (एकनाथ शिंदे) का कभी सम्मान न करें।’ उन्होंने (एकनाथ शिंदे) न सिर्फ हमारी पार्टी और परिवार को बल्कि महाराष्ट्र की रीढ़- राज्य में औद्योगीकरण को भी विभाजित कर दिया है।
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आदित्य ठाकरे ने साफ तौर पर कहा कि जो महाराष्ट्र द्रोही है, वह देश द्रोही भी होता है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना को विभाजित करने वाले और ‘महाराष्ट्र को कमजोर करने वाले’ व्यक्ति को सम्मानित करने से मराठी लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। यह शायद पहली बार है कि शिवसेना (उबाठा) ने पवार पर सीधा हमला बोला है, जिन्हें 2019 में गठित एमवीए का मुख्य वास्तुकार माना जाता है, जो अलग-अलग राजनीतिक विचारों वाले तीन दलों का गठबंधन है।
इंडिया गठबंधन को लेकर आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैं कल रात राहुल गांधी से मिला। आज मैं अरविंद केजरीवाल से मिलूंगा। आज आपके देश का भविष्य संदेह में है। आज देश में मतदाता धोखाधड़ी और ईवीएम धोखाधड़ी के बीच हमें नहीं पता कि हमारा वोट कहां जा रहा है। क्या आज हमारे देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव हो रहे हैं? हमें लगता है कि हम लोकतंत्र में रह रहे हैं, लेकिन अब यह लोकतंत्र नहीं रहा।
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उन्होंने कहा कि जो हमारे और केजरीवाल जी और कांग्रेस के साथ हुआ, वही भविष्य में नीतीश जी, राजद और चंद्रबाबू जी नायडू के साथ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में संयुक्त नेतृत्व है। कोई एक नेता नहीं है। यह अहंकार या किसी के फायदे की लड़ाई नहीं है बल्कि देश के भविष्य की लड़ाई है।