कर्नाटक के ‘धर्मस्थल’ नामक क्षेत्र में कथित सामूहिक कब्रों की जांच को लेकर दूसरा शिकायतकर्ता शनिवार को बेलथांगडी में विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष पेश हुआ। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एसआईटी अधिकारियों को शिकायत देने के बाद जयंत टी ने मीडिया को बताया कि उन्हें ‘धर्मस्थल’ के गांव में कई ‘‘अवैध कब्रों’’ की प्रत्यक्ष जानकारी है।
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि उन्होंने विभिन्न स्थानों पर इन गतिविधियों को खुद देखा है और उनके बयानों से अन्य कब्रों का पता लगाने में मदद मिल सकती है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय पर सामने आया है जब एसआईटी एक अज्ञात व्यक्ति की प्रारंभिक शिकायत के आधार पर नेत्रावती नदी के किनारे कई स्थानों पर व्यवस्थित तरीके से खोदाई कर रही है।
इससे पहले की खोदाई में एक स्थान से कंकाल मिला था, जबकि अन्य स्थानों से कुछ भी बरामद नहीं हुआ।
धर्मस्थल में पिछले दो दशकों में सामूहिक हत्याकांड, दुष्कर्म और शवों को दफनाने के आरोपों के बाद राज्य सरकार ने विशेष जांच दल गठित किया है।
शिकायतकर्ता (एक पूर्व सफाईकर्मी जिसकी पहचान उजागर नहीं की गई है) ने दावा किया है कि उसने 1995 और 2014 के बीच धर्मस्थल में काम किया था और उसे धर्मस्थल में महिलाओं और नाबालिगों समेत कई लोगों के शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया था।