बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा केंद्रीय कारागार में निलंबित जेडी(एस) नेता प्रज्वल रेवन्ना को कैदी संख्या 15528 दी गई है। यह जानकारी जेल अधिकारियों ने रविवार को दी। बलात्कार के एक मामले में आजीवन कारावास की सज़ा सुनाए जाने के बाद, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौडा के पोते रेवन्ना ने जेल में अपनी पहली रात बिताई।
जेल अधिकारियों के अनुसार, अदालत के फैसले के बाद प्रज्वल रेवन्ना काफी परेशान और रोते हुए नज़र आए। जेल के डॉक्टरों ने देर रात उनके स्वास्थ्य की जांच की, जिसके दौरान वह रोने लगे और उन्होंने अपनी पीडा ज़ाहिर की। डॉक्टरों ने उनकी हालत को स्थिर बताया। रेवन्ना को एक उच्च-सुरक्षा वाली कोठरी में रखा गया है और उन्हें कड़ी सुरक्षा दी जा रही है। उन्हें जेल के नियमों के अनुसार कैदियों की वर्दी पहननी होगी।
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शनिवार को एक विशेष अदालत ने प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार और यौन शोषण के एक मामले में दोषी ठहराया था। अदालत ने उन्हें आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई, जिसका अर्थ है कि उन्हें शेष प्राकृतिक जीवन तक जेल में रहना होगा। इसके साथ ही, उन पर कुल ₹11.5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है। जुर्माने की राशि में से ₹11.25 लाख पीड़िता को दिए जाएंगे, जो रेवन्ना के परिवार की घरेलू सहायिका थी। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि 2021 में हसन और बेंगलुरु स्थित उनके फार्महाउस में उनके साथ दो बार बलात्कार किया गया और इस घटना को रिकॉर्ड भी किया गया था।
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प्रज्वल रेवन्ना ने कथित तौर पर बताया है कि उन्होंने इस फैसले को चुनौती देने के लिए उच्च न्यायालय में अपील की है। अदालत ने प्रज्वल रेवन्ना को आईपीसी की धारा 376(2)(k) और 376(2)(n) के तहत आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है। इसके अलावा, उन्हें यौन उत्पीडन और आपराधिक धमकी जैसी अन्य धाराओं में भी कठोर कारावास की सज़ा दी गई है।