नोएडा के जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIAL) अप्रैल 2025 तक उड़ान संचालन शुरू करने के लिए तैयार है। मामले से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, सिंगापुर, दुबई और ज्यूरिख के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
अप्रैल 2025 से 30 से ज्यादा गंतव्यों के लिए उड़ानें
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 17 अप्रैल 2025 से एयरपोर्ट पर 30 से अधिक गंतव्यों के लिए उड़ानें शुरू होंगी, जिनमें शामिल हैं:
- 25 घरेलू उड़ानें
- तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें (सिंगापुर, दुबई, ज्यूरिख)
- दो कार्गो उड़ानें
अधिकारी ने बताया कि NIAL घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों एयरलाइनों के साथ नियमित उड़ान संचालन के लिए बातचीत कर रहा है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का शुरुआती चरण केवल छह महीने के लिए होगा, जिसके बाद समीक्षा की जाएगी।
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी
जेवर एयरपोर्ट, जिसे ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (ज्यूरिख एजी) द्वारा विकसित किया जा रहा है, भारत में प्रमुख घरेलू शहरों से जुड़ने के लिए तैयार है। एयरपोर्ट शुरू में मुंबई, बेंगलुरु, लखनऊ, हैदराबाद, देहरादून और हुबली से सीधी उड़ान सेवाएं प्रदान करेगा।
वहीं, अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए म्यूनिख और ब्रुसेल्स के लिए उड़ानों पर भी बातचीत जारी है।
नए रूट्स और लाइसेंसिंग प्रक्रिया
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि NIAL अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय मार्गों के लिए कई एयरलाइनों के साथ चर्चा कर रहा है। हालांकि, इन रूट्स को अंतिम रूप देने के लिए:
- संबंधित देशों और एयरलाइनों के बीच द्विपक्षीय लाइसेंसिंग समझौतों की आवश्यकता होगी।
- इन रूट्स की मांग और व्यावसायिक व्यवहार्यता का आकलन किया जाएगा।
एयरपोर्ट निर्माण कार्य 80% पूरा
सूत्रों के अनुसार, NIAL टर्मिनल पर 80% से अधिक निर्माण कार्य जनवरी 2025 तक पूरा हो चुका था, और शेष कार्य अप्रैल 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
NIAL के नोडल अधिकारी शैलेन्द्र भाटिया ने बताया, “टर्मिनल बिल्डिंग का काम काफी आगे बढ़ चुका है और बाकी कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है। बिल्डिंग पूरी होते ही 10 एयरोब्रिज बनाने का काम शुरू होगा।”
अप्रैल 2025: नोएडा का नया ग्लोबल गेटवे
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर भारत के सबसे बड़े एविएशन हब में से एक बनने जा रहा है। इससे न केवल दिल्ली-एनसीआर को एक अतिरिक्त एयर ट्रैवल विकल्प मिलेगा, बल्कि व्यापार, पर्यटन और कार्गो ट्रांसपोर्टेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। अप्रैल 2025 के लॉन्च के बाद, जेवर एयरपोर्ट को और भी अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है।