राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। जगदीप धनखड़ के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद इस मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसके राजनीतिक मायने भी निकल रहे हैं। उसी दिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी दिल्ली दौरे पर थे। जगदीप धनखड़ के उपाध्यक्ष बनने से पहले, वसुंधरा राजे इस पद के संभावित दावेदारों में शामिल थीं। आखिरकार, धनखड़ को इस पद के लिए चुन लिया गया।
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उनके इस्तीफे के बाद, भाजपा के सामने अब राज्य के प्रभावशाली किसान (जाट) समुदाय का विश्वास फिर से हासिल करने की चुनौती है। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं ने अपनी मुलाकात के दौरान इस उभरते राजनीतिक हालात पर चर्चा की। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर राज्य के विकास पर चर्चा की। X पर एक पोस्ट साझा करते हुए, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने नई ऊंचाइयों को छुआ है और वैश्विक मंच पर खुद को एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में स्थापित किया है।
भजनलाल शर्मा ने एक्स पर लिखा कि राजस्थान के विकास पर चर्चा करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मुलाकात की। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और निरंतर सहयोग के लिए राजस्थान की ओर से हार्दिक आभार व्यक्त किया। माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में, पिछले 11 वर्षों में, भारत ने नई ऊंचाइयों को छुआ है और वैश्विक मंच पर खुद को एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में स्थापित किया है। उनके कुशल मार्गदर्शन में, पिछले डेढ़ वर्षों से, राजस्थान विकास की सभी बाधाओं को पार करते हुए लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
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राजस्थान की राजनीति को लेकर बीते रविवार को दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक होने की खबर है। इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और राजस्थान प्रभारी राधा मोहनदास अग्रवाल मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में राजस्थान में मंत्रिमंडल और प्रदेश कार्यकारिणी में बड़े बदलावों पर चर्चा हुई। माना जा रहा है कि जल्द ही इन बदलावों की आधिकारिक घोषणा हो सकती है। वसुंधरा राजे की हालिया सक्रियता और दिल्ली में हुई बैठक ने एक बार फिर उनके नेतृत्व की संभावनाओं को हवा दे दी है। सवाल यह है कि क्या भाजपा आलाकमान राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन या मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव की ओर बढ़ रहा है? क्या वसुंधरा राजे की राजनीतिक पारी में एक नया अध्याय शुरू होने वाला है?