कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने यहां पुत्तूर में मंदिर कर्मचारियों को आवंटित आधा दर्जन घरों को चार फरवरी की रात में गिराने के मामले का संज्ञान लेते हुए जिले के अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुत्तूर नगर के बुजुर्गों द्वारा की गई शिकायत पर मुख्यमंत्री सचिवालय ने अधिकारियों को इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
वरिष्ठ नागरिकों की शिकायत के अनुसार महालिंगेश्वर मंदिर के कर्मचारियों को आवंटित छह घरों को चार फरवरी को तड़के दो बजे लाठियों से लैस दर्जन भर अज्ञात व्यक्तियों के एक समूह ने कथित तौर पर ध्वस्त कर दिया।
हमलावरों ने कथित तौर मकानों को गिराने के लिए भारी मशीनरी का उपयोग किया था। हमलावर चेहरा ढ़क कर तोड़फोड़ करने पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री से की गयी शिकायत के अनुसार ध्वस्तीकरण की इस कार्रवाई से पहले कोई पूर्व सूचना नहीं दी गयी थी और न ही अदालत का कोई आदेश था।
इस घटना के दौरान मौके पर कोई सरकारी अधिकारी मौजूद नहीं था।
बुजुर्गों की शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस मामले में कार्रवाई के लिए धार्मिक बंदोबस्ती आयुक्त को निर्देश दिये हैं जिससे मंदिर के पीड़ित कर्मियों को अब न्याय मिलने की उम्मीद बंधी है।