कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को चार नए श्रम संहिताओं को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि सरकार ने श्रमिकों के अधिकार छीन लिए हैं और उनके शोषण के नए रास्ते खोल दिए हैं। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने आज श्रम संहिताओं के खिलाफ संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रियंका गांधी ने एक पोस्ट में कहा कि श्रमिकों को पहले दी गई सुरक्षा छीन ली गई है।
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प्रियंका गांधी ने कहा कि श्रम कानूनों को सरल बनाने के नाम पर केंद्र सरकार 4 नए श्रम संहिताएँ लेकर आई है। इस बहाने सरकार ने श्रमिकों के सभी अधिकार छीन लिए हैं। श्रमिकों को पहले दी गई सुरक्षा छीन ली गई है और उनके शोषण के नए रास्ते खोल दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन कानूनों के ज़रिए नरेंद्र मोदी जी की पूंजीवाद समर्थक और मज़दूर विरोधी मानसिकता एक बार फिर सामने आ गई है। देश इन कानूनों को स्वीकार नहीं करता।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने संसद में विपक्ष के विरोध प्रदर्शन की आलोचना करते हुए कहा कि उनका मकसद मीडिया का ध्यान आकर्षित करना है क्योंकि उन्होंने जनता का समर्थन खो दिया है। उन्होंने कहा कि ये लोग ऐसी बातें सिर्फ़ मीडिया का ध्यान खींचने के लिए करते हैं क्योंकि जनता ने उन्हें नकार दिया है। संसद के बाहर वे अध्यक्ष के ख़िलाफ़ बोलते हैं; उनके पास ऐसी बातें करने के अलावा कुछ नहीं बचा है।
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कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सांसद प्रियंका गांधी उन पार्टी नेताओं में शामिल थे जो बुधवार को संसद परिसर में चार श्रम संहिताओं के ख़िलाफ़ इंडिया ब्लॉक के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

